नई दिल्ली। दिल्ली सरकार और केंद्र सरकार एक बार फिर उलझने की राह पर हैं। दिल्ली सरकार के अनुसार ‘दिल्ली आई लव यू’ कैंपेन पर बजरंग दल और भाजपा बाधा डाल रहे हैं।
दिल्ली सरकार के पर्यटन मंत्री कपिल मिश्रा ने गुरुवार को आरोप लगाया कि बजरंग दल के कार्यकर्ता इस सरकारी मुहिम में बाधा डाल रहे हैं। कपिल मिश्रा ने जोर देकर कहा है कि हिन्दू धर्म इतना कमजोर नहीं कि उर्दू देखकर ही डर जाए। कपिल मिश्रा इसके बहाने केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार को कटघरे में खड़ा कर रहे हैं।
कपिल मिश्रा ने आरोप लगाया कि गत 20 मई को पर्यटन विभाग द्वारा अधिकृत कलाकार, जिसमें एक फ्रांस का कलाकार भी शामिल है, शाहदरा स्थित जल बोर्ड दफ्तर की दीवार पर दिल्ली आई लव यू कैंपेन के तहत उर्दू में स्लोगन लिख रहे थे, तभी कुछ लोग वहां पहुंचे और खुद को आरएसएस समर्थक बताते हुए उन्हें पेंटिंग करने से रोका। वह जय श्रीराम, मोदी जिंदाबाद के नारे लगा रहे थे। इसकी सूचना मिलने के बाद मौके पर पुलिस पहुंची तो वहां पेंटिंग करने वाले कलाकार अखलाक अहमद और फ्रांस के कलाकार स्वेन सिमंस को पुलिस थाने ले गई।
कपिल मिश्रा ने बताया कि सूचना मिलने पर उन्होंने पुलिस अधिकारी को बताया कि ये कलाकार सरकार द्वारा अधिकृत हैं और इजाजत लेकर जल बोर्ड की दीवार पर पेंटिंग कर रहे हैं। इसके बाद पुलिस ने उन्हें छोड़ दिया। उन्होंने इस बाबत पुलिस आयुक्त को भी पत्र लिखा है ताकि दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाए। साथ ही हंगामा करने वाले खुद को आरएसएस कार्यकर्ता बता रहे थे। उन्होंने आरएसएस से भी जवाब मांगा है कि क्या हंगामा करने वाले उनके लोग थे।
पर्यटन मंत्री ने कहा है कि अब वह खुद वहां जाकर उस दीवार पर उर्दू में वॉल पेंटिंग करवाएंगे। उन्होंने कहा कि वह उर्दू पेंटिंग के साथ दीवार पर वह पोस्टर भी चिपकाएंगे जो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इन दिनों उर्दू में ट्वीट किया है। यह लोग जो हिंदू धर्म की रक्षा की बात कर रहे हैं इन्हें हिंदू धर्म की जानकारी ही नहीं है।