नामदेव न्यूज डॉट कॉम
अजमेर। परमार्थ के लिए भीलवाड़ा निवासी नामदेव छीपा के एक दम्पती ने अपनी देहदान की घोषणा करके समाज का नाम रोशन करने के साथ ही इंसानियत की मिसाल पेश की है। ये विरले हैं आर.के.कॉलोनी निवासी ओमप्रकाश छीपा व उनकी धर्मपत्नी शांता देवी छीपा।
पेशे से निजी बस कंडक्टर रहे ओमप्रकाश छीपा का मानना है कि मानव कल्याण के लिए अपनी देहदान करने से बड़ा कोई दान नहीं है। मानव जीवन बचाने के लिए चिकित्सकों को कई तरह के परीक्षण करने पड़ते हैं, शरीर रचना विज्ञान पढऩा पड़ता है। इसके लिए देह की जरूरत होती है। डॉक्टरी पढ़ रहे स्टूडेंट इस देह को गुरु मानकर पूजते हैं और उससे ज्ञान हासिल करते हैं। अगर मरणोपरांत कोई अपनी देह इस कार्य के लिए समर्पित करता है तो वह हमेशा के लिए अमर होता है। साथ ही उसकी देह मानव जाति के काम आती है। इसी भावना से उन्होंने व उनकी पत्नी ने पुत्र राजेन्द्र छीपा व पुत्रवधू ज्योति छीपा सहित सभी परिजन की सहमति से देहदान का निर्णय किया। छीपा दम्पती ने जयपुर के एसएमएस मेडिकल कॉलेज के शरीर रचना विभाग से संपर्क किया और तमाम कागजी कार्यवाही पूरी करते हुए मरणोपरांत देहदान की घोषणा की। ऐसे परमार्थी दम्पती को नामदेव न्यूज डॉट कॉम का प्रणाम।
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