कोटा। सुख-समृद्धि का पर्व दीपावली 30 अक्टूबर को है। धनतेरस 28 को पड़ रहा है। इसी दिन धन्वंतरी जयंती के साथ ही प्रदोष व्रत और इस महीने की शिवरात्रि का उत्तम संयोग बन रहा है।
एक ही दिन तीन व्रतों के अनुष्ठान का संयोग बहुत ही महत्वपूर्ण माना जा रहा है। इसके साथ ही 22 अक्टूबर को शनि पुष्य और 23 को रवि पुष्य नक्षत्र का महासंयोग बन रहा है। इस महामुहुर्त में भूमि, भवन, वाहन सहित अन्य स्थायी संपत्ति में निवेश करने से भरपूर लाभ का योग है।
रवि पुष्य अपने आप में श्रेष्ठ नक्षत्र माना जाता है। पुष्य नक्षत्र का धातु सोना है। इसे खरीदना सबसे ज्यादा शुभ है।
ज्योतिष के जानकारों के अनुसार मास शिवरात्रि होने के कारण कुबेर सबल होते है और प्रदोष काल में दीप दान करने से अक्षय पुण्य की प्राप्ति होती है।
साथ ही अनेक प्रकार के दोषों का शमन होता है। दीपावली के दिन प्रात: काल में हनुमत दर्शन, शाम में देव दीप दान और प्रदोष काल में लक्ष्मी-गणेश, कुबेर आदि का पूजन होगा। इस दीपावली मेंं संयोगों का जुटान शुभ फलदायी है।
धन लाभ और सुख-समृद्धि की प्राप्ति के लिए हनुमत दर्शन, लक्ष्मी, गणेश व कुबेर की आराधना कर अपने दिन की शुरूआत करने से सभी मनोकामनाएं पूर्ण होंगी।