नामदेव न्यूज डॉट कॉम
अजमेर। केंद्रीय विदेश राज्य मंत्री और भारत के पूर्व थल सेनाध्यक्ष जनरल वी के सिंह का मानना है की यदि देश को आगे बढ़ाना है तो बेटियों को शिक्षित करना बेहद जरूरी है। बेटियां बढ़ेंगी तभी देश की तरक्की होगी। जनरल सिंह ने बालिका शिक्षा को बढ़ावा देने के मिशन में 13 सालों से सक्रिय सामाजिक संस्था फियोर द लोटो की ओर से रविवार को आयोजित नवें शिक्षक सम्मान समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में यह बात कही।
उन्होंने लोगों का आह्वान किया कि यदि हर शहर में सामाजिक संस्थाएं फियोर द लोटो का अनुसरण कर ले तो देश की तस्वीर बदल जाए।
समारोह में अजमेर जिले सहित राज्य की अन्य स्कूलों से आए 101 अध्यापकों व सामाजिक क्षेत्र में योगदान देने वाले 5 लोगों को सम्मानित कर प्रशस्ति पत्र और स्मृति चिह्न दिया गया । कार्यक्रम में मुख्य अतिथि सिंह के अलावा पुष्कर विधायक एवं संसदीय सचिव सुरेश सिंह रावत, नगरपालिका अध्यक्ष कमल पाठक, ज्योतिषाचार्य पंडित कैलाश नाथ दाधीच सहित कई पार्षद, बीजेपी नेता, पुलिस एवं प्रशासनिक अधिकारी, गणमान्य नागरिक सहित सैकड़ों लोग उपस्थित थे। कार्यक्रम का संचालन पूर्व उप महापौर सोमरत्न आर्य ने किया। अतिथियों का स्वागत पूर्व नेता प्रतिपक्ष एवं पार्षद शिव स्वरूप महर्षि, मनोहर सिंह, सत्यप्रकाश आलावत, शक्ति सिंह शेखावत सहित अन्य लोगों ने किया।
13 सालों से सेवा
डोमेनिकन रिपब्लिक की मूल निवासी मारा सान्द्री और पुष्कर निवासी दीपू महर्षि ने 13 साल पहले यहां की गरीब और बेसहारा बालिकाओ को बेहतर शिक्षा देने के उद्देश्य से इस संस्था की शुरुआत की थी। तब चंद बालिकाओं से शुरू किए गए इस मिशन में किसी ने कल्पना भी नहीं की थी कि आने वाले समय में यह ना सिर्फ पुष्कर को बल्कि समूचे राजस्थान को भी एक अलग पहचान दिलाएगी । आज इस स्कूल में लगभग सात सौ बालिकाएं पढ़ाई कर रही हैं। उन्हें ना सिर्फ नि:शुल्क शिक्षा मिल रही है बल्कि अच्छा खाना, किताबें, जूते और स्कूल ड्रेस के साथ साथ बड़े त्योहारों पर फैंसी कपड़े भी उपलब्ध कराए जा रहे हैं।
यह संस्था बेसहारा बुजुर्गो को हर महीने पेंशन, गरीब परिवारों को हर महीने राशन, गंभीर बीमारियों से ग्रसित मरीजों को बड़े ऑपरेशन करवाने के लिए लाखों रुपए की आर्थिक सहायता करने के साथ ही गरीब परिवारों को जरूरी सामान के साथ पक्के मकान भी बनाकर देती है। यह शायद अजमेर जिले की ही नहीं बल्कि राजस्थान की ऐसी एक मात्र संस्था है जिसने बगैर किसी सरकारी मदद के हजारों परिवारों को मदद पहुंचाई है।
संस्था के अध्यक्ष दीपू महर्षि ने बताया कि संस्था का उद्देश्य एक हजार बालिकाओं को शिक्षित करने का है और इसके लिए वह निरंतर प्रयास भी कर रहे है। जो लड़कियां उनकी स्कूल से निकलने के बाद आगे जाती हैं उन्हें अच्छे कॉलेजों में भी पढ़ाया जा रहा है।