चंडीगढ़। हरियाणा के तीन गांवों में इन दिनों पत्थर तैरने की अजीबोगरीब घटना चर्चा का विषय बनी हुई है। कांजनू, मोहीदीनपुर, भिवानी के खुर्द गांव में इस तरीके की घटना सामने आई है। लोग पत्थरों के तैरने की घटना को बड़ा चमत्कार मान रहे हैं। महिलाएं पानी में तैर रहे पत्थरों की पूजा करती दिखाई दीं।
रविवार को यमुना नहर के कांजनू घाट से दो भारी भरकम पत्थर बरामद किए हैं। सरपंच पवन कुमार ने बताया कि रविवार की शाम को गांव के अखिल कांबोज और सत्यादेव सीनियर सेकेंडरी स्कूल के प्रिंसिपल मुकेश शास्त्री ने गांव कांजनू में दो पत्थर तैरते हुए देखे। जिसके बाद उन्होंने मामले की जानकारी गांव के लोगों को दी। लोगों ने पत्थरों को नहर से बाहर निकालकर मंदिर में रख दिया। बताया जा रहा है कि एक पत्थर का वजन 58 तो दूसरे का 22 किलोग्राम निकला। लोग दोनों पत्थरों को देवी मंदिर में ले गए। जहां पानी में तैर रहे पत्थरों को देखने के लिए लोगों का तांता लग गया। लोग पत्थरों के तैरने की घटना को बड़ा चमत्कार मानकर चल रहे हैं। महिलाएं पानी में तैर रहे पत्थरों की पूजा करती दिखाई दीं। सरपंच पवन कुमार व अन्य लोग मंदिर पहुंचे और पत्थरों के तैरने की घटना को अपनी आंखों से देखा।
पत्थर मिलने की सबसे पहली घटना भिवानी खुर्द से सामने आई थी। दरअसल खुर्द गांव के अजीत खेत में अपने पिता को चाय देने के लिए गया था तो उसे नहर में तैरता हुआ पत्थर दिखाई दिया। अजीत नहर से पत्थर को निकालकर घर ले गया। पत्थर को घर में बनी पानी के टैंक में डाल दिया। टंकी में भी करीबन 44.790 किलोग्राम भार का पत्थर डूबने के बजाय तैरने लगा। पत्थर को देखने के लिए गांव के लोगों का तांता लगा हुआ है। पत्थर टैंक के पानी में भी तैरता रहा तो अजीत ने पूजा शुरू कर दी। गांव के लोग इसे शिव का रूप मान रहे हैं। दूसरी घटना करनाल ज़िले में देखने को मिली गांव मोहीदीनपुर के यमुना नदी से मिले 60 किलोग्राम के पत्थर को दूर गांव से भी लोग देखने आ रहे है।
नदी से मिले इस पत्थर को देखने के बाद भगवान में आस्था रखने वाले लोगों का तर्क है ये पत्थर रामसेतु का है। पानी में तैरने वाले इस कथित चमत्कारी पत्थर का वज़न 60 किलोग्राम है। गांव के कुछ लोगों को यमुना नदी में एक पत्थर तैरते हुए देखा और इस पत्थर को यमुना नदी से लाकर अपने गांव के मंदिर में रखा। गांव वालों ने पानी का एक टब बनाया और इस पत्थर को इसमें छोड़ दिया पत्थर पानी में डूबने की बजाये तैरने लगा।फिर क्या था गांव इस चमत्कार को देखकर हैरान हो गए। गांव वालों ने पत्थर तौलने के लिए कांटा मंगवाया और इसका वजन किया। इस पत्थर का वजन 60 किलोग्राम था।