पन्ना। रतन जडिय़ा हत्या काण्ड ने अब पत्नी के घर आने पर नया मोड़ आ गया है। मृतक रतन जडिय़ा की पत्नी ने पुलिस को बताया कि हत्यारों ने घर से कीमती जेवरात चुराकर ले गये हैं, इसीलिये उनकी हत्या की गई है। गुरूवार रात भोपाल से पन्ना पहुंची मृतक की पत्नी मालती जडिय़ा और बेटी रानी जडि़य़ा ने जब खुली पेटी को देखा तो उसके अंदर रखे आभूषण और नगदी रूपये गायब थे। घर में अकेले पति की रहस्यमयी हत्या से गहरे शोक में डूबी श्रीमती जडिय़ा ने बताया कि लकड़ी की अलमारी में रखे उनके सोने के फूल, सोने की बाली, दो जोड़ी पायल, चार जोड़ी बिछिया, चांदी की चूड़ी सहित 10 हजार नगदी रूपयें गायब हैं। इसी अलमारी में हीरे की तौल से संबंधित उपकरण भी रखे थे।
उल्लेखनीय है कि शहर के धाम मोहल्ला तहसील कार्यालय के बाजू रहने वाले रतन जडिय़ा का शव गुरूवार को दोपहर करीब 11 बजे उनके ही मकान के अंदर बिस्तर पर मिला था। मकान से दुर्गन्ध उठने पर पीछे किराये से रहने वाली छात्रा मानकुंवर प्रजापति व उसके भाई ने श्रीमती जडिय़ा को मोबाइल पर सूचना दी थी। अनहोनी की आशंका के चलते श्रीमती जडिय़ा के कहने पर जब छात्रा व उसके भाई ने बाहर से बंद मकान का ताला खोलकर कमरे के अंदर देखा तो जडिय़ा बिस्तर पर मृत पड़े थे। उनकी पत्नी मालती जडिय़ा और बेटी भोपाल गई थी। गुरूवार को घटना की सूचना मिलने पर पुलिस अधिकारियों ने मौके पर पहुंचकर सभी कमरों का जायजा लिया तो वहां रखीं पांच में से तीन पेटियां खुली पाई गई। इसके अलावा हीरे तौलने की तराजू भी अस्त-व्यस्त मिली थी। फलस्वरूप शुरू से ही यह आशंका जताई जा रही थी कि लूटपाट के इरादे से हत्या की वारदात बड़े ही शातिर तरीके से अंजाम दिया गया है।
श्रीमती जडिय़ा का मानना है कि उनके पति की हत्या की वारदात किसी परिचित का हाथ हो सकता है। क्योंकि मंगलवार 23 फरवरी की रात्रि जडिय़ा दूध लेने के लिए गये थे। इसके बाद उन्हें किसी ने नहीं देखा। गुरूवार को जिस कमरे में जडिय़ा का शव मिला वहां टेबिल पर दो गिलास और चाय के दो कप मिले। रसोई में वह बर्तन मिला है जिसमें चाय पकाई गई और दूध गैस चूल्हे पर रखा हुआ पाया गया। इन समग्र परिस्थितियों के मद्देनजर ऐसा प्रतीत होता है कि किसी परिचित के घर आने पर जडिय़ा द्वारा उसके सत्कार में चाय बनाई गई। महत्वपूर्ण सवाल है कि वह कौन था जिसने जडिय़ा के घर पर उनके साथ चाय पी, क्या उसी के द्वारा इस हत्या व लूट की वारदात को अंजाम दिया गया है। कोतवाली थाना पुलिस इन सवालों के जवाब खोजने में जुटी हैं ताकि चुनौती बने इस अंधे हत्याकाण्ड का खुलासा संभव हो सके।