आगरमालवा। इन्दौर से शुक्रवार सुबह अगवा किये गये ट्रांसपोर्ट व्यवसायी का लगभग ग्यारह वर्षीय बालक अनुज पिता अशोक परिहार आगरमालवा जिले के उज्जैन रोड़ स्थित एक ढ़ाबे के पास से देर रात लहूलुहान हालत में मिला, जिसे उसे उपचार के लिये आगरमालवा के सिविल अस्पताल लाया गया।
घायल बच्चे अनुज ने अस्पताल में बताया कि वो इन्दौर के छोटा बांगडदा क्षैत्र के 77-ए सांकेत धाम शिवजी नगर का रहने वाला है उसने बताया कि परिवार के पड़ौसी परिचित विकास श्रीवास्तव ने शुक्रवार सुबह बॉल दिलाने के लिये चार पहियां वाहन में बिठाया और दिनभर इन्दौर में घुमाने के बाद जब मैने घर जाने की जिद की तो बहला-फुसला कर आगरमालवा की और ले आया। गाड़ी में मेरा गला दबाया गया तथा मारपीट भी की गई।
उसने आगे बताया कि एक ढ़ाबे के पास बदमाश ने वाहन रोकी तथा पत्थर से मारने की कोशिश करने लगा इसी दौरान मैं उसके चंगुल से भाग निकला तथा जख्मी हालत में जान बचाकर समीप बने सड़क निर्माण कम्पनी के केम्प तक पहुच गया। वहां मजदूरो को देखकर बदमाश भाग निकला। आगरमालवा कोतवाली पुलिस के अनुसार मजदूरों द्वारा डायल 100 को सूचना दी गई जिस पर आगरमालवा पुलिस बालक को कस्टडी में लेकर सिविल अस्पताल लाई वही बच्चें का ईलाज किया गया तथा बच्चे के परिजनों को खबर की गई।
देर रात अनुज की माँ आगरमालवा पहुंची और बच्चे को लेकर इन्दौर रवाना हो गई। उन्होंने बताया कि बच्चे के पिता ट्रांसपोर्ट व्यवसाई है तथा वे एक विवाह कार्यक्रम में शामिल होने बाहर गये थे। अनुज की माँ ने आगे बताया कि अनुज शुक्रवार सुबह लगभग 10 बजे से लापता था जिसकी गुमशुदगी इन्दौर के एरोड्रम थाने पर दर्ज कराई गई थी। पुलिस सूत्रों के अनुसार बच्चा देर शाम खून से लथपथ उज्जैन रोड़ स्थित ट्रेचिंग ग्राउंड से सड़क निर्माण कम्पनी के केम्प में पहुंचा था। उसने ही बदमाशो के चुंगल से छुटने की बाद कही है।
घटना के बाद से ही आरोपी फरार है। पुलिस ने आगे बताया कि बच्चे के अगुवा होने का मामला धारा 363 में ऐरोड्राम थाने में दर्ज होने से यहां बच्चे से बातचीत की गई जिसकी जानकारी ऐरोड्रम थाने पर भेजी जा रही है।