उज्जैन। सिंहस्थ मेला क्षेत्र में साधु-सन्तों और संस्थाओं को भूखण्ड आवंटन का सिलसिला अन्तिम चरण में है। अब तक 2846 भूखण्ड आवंटित किए जा चुके हैं। उप मेला अधिकारी अनिल पटवा ने बताया कि कालभैरव झोन में 207, मंगलनाथ झोन में 973, दत्त अखाड़ा झोन में 1419 और महाकाल झोन में 247 भूखण्ड आवंटित कर दिए गए हैं।
सिंहस्थ मेला क्षेत्र के लिए अभी तक 2686 आवेदन प्राप्त हुए हैं। इनमें 2285 आवेदन निराकृत कर दिए गए हैं। भूखण्डों के लिये आवेदन ऑनलाइन भी प्राप्त किये जा रहे हैं। भूखण्ड स्वीकृति की सूचना भी ई-मेल के जरिये एवं मोबाइल पर एसएमएस द्वारा दी जाती है।
आयुष की दो मोबाईल यूनिट आयुर्वेंद चिकित्सा उपलब्ध कराएगी
सिंहस्थ में घूम-घूम कर साधु संतो श्रद्धालुओं के लिए आयुर्वेदिक चिकित्सा उपलब्ध कराने का कार्य मोबाईल यूनिट द्वारा किया जायेगा। इस कार्य के लिए आयुष विभाग द्वारा मेला क्षेत्र में दो मोबाईल यूनिट संचालित की जाना है। पंचक्रोशी यात्रा के दौरान भी दोनों मोबाईल यूनिट अपनी सेवा प्रदान करेगी।
सिंहस्थ में आयुष विभाग आयुर्वेद होम्योपेथिक तथा यूनानी चिकित्सा पद्धतियों द्वारा उपचार एवं जाँच सुविधा उपलब्ध करायेगा। मौसमी बिमारियों जैसे बुखार, उल्टी-दस्त, लू, डायरिया आदि बिमारियों का उपचार आयुष विभाग द्वारा की जाने की व्यवस्था की जायेगी। सिंहस्थ में आयुष के 29 डाक्टर तथा इतने ही कम्पाउन्डर तैनात किए जायेंगे। सिंहस्थ में आयुष रोग नियंत्रण कार्यक्रम के अंन्तर्गत सन्धी वात, आम वात, उच्च रक्तचाप, मधुमेह, रक्तअल्पता, अर्ष से पीड़ित मरीजों का नि:शुल्क स्वास्थ्य परीक्षण जाँच तथा औषध¸ियाँ प्रदान की जायेंगी।
लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग के 12 कार्य पूर्ण
लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग द्वारा सिंहस्थ के लिए हाथ में लिये गये 12 कार्य पूर्ण कर लिये गये है। इन कार्यों में जलशोधन संयत्रों के निर्माण, बैराज संधारण, पम्प, टंकी निर्माण, पाईप लाईन, स्थापना जैसे महत्वपूर्ण कार्य सम्मिलित है।
लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग द्वारा जिन कार्यों को पूर्ण कर लिया गया है उनमें गऊघाट पर 6 एम.जी.डी. क्षमता का नवीन जल शोधन संयंत्र एवं पंप हाऊस निर्माण कार्य (रॉवाटर एवं क्लीयर वाटर सहित), साहिबखेड़ी पर 1.75 एम.जी.डी. क्षमता का नवीन जल शोधन संयंत्र निर्माण कार्य एवं पंप हाउस निर्माण कार्य (रॉवाटर एवं क्लीयर वाटर सहित), क्षिप्रा नदी के 5 बैराजों का संधारण कार्य, गढ़कालिका मेला क्षेत्र में सम्प, पम्पस व टंकी का निर्माण, अम्बोदिया के जलशोधन संयंत्र 12 एम.जी.डी. का उन्नयन कार्य, गंभीर नदी पर नवीन इंटेकवेल निर्माण एवं मोटर पंप शिफ्टिंग कार्य एवं पाईप लाईन कार्य, मेला क्षेत्र में जल वितरण हेतु पाईप लाईन कार्य, चिंतामण गणेश मंदिर पर आर.सी.सी. टंकी निर्माण व पम्पिंग मेन का कार्य, गंदे पानी का अस्थाई सीवर के माध्यम से निष्पादन – 150 मि.मि. व्यास से 600 मि.मि. व्यास की पी.वी.सी./जी.आर.पी. सीवर लगभग 70 कि.मी. लंबाई में मय संबंधित विविध कार्य, गऊघाट पर भंडार गृह के पास रेस्ट हाउस का निर्माण, पम्पिंग स्टेशन, पम्पिंग मेन, विद्युत उपकेन्द्र, जलशोधन संयत्र के नवीन सम्प का निर्माण शामिल है।
कॉल सेंटर पर बढ़ रही है कॉल की संख्या
सिंहस्थ 2016 की जानकारी देने के लिए बनाया गया कॉल सेंटर अपनी उपयोगिता सिद्ध कर रहा है। कॉल सेन्टर पर कॉल की संख्या बढ़ती जा रही है। अभी लगभग 100 कॉल प्रतिदिन प्राप्त हो रहे है। कॉल करके लोग सिंहस्थ सम्बन्धि जानकारियाँ ले रहे है। कॉल सेंटर सुबह 10.30 से शाम 5.30 तक कार्य कर रहा है। इसके द्वारा आगामी सिंहस्थ के सम्बन्ध में 1100 डायल करके कोई भी जानकारी प्राप्त की जा सकती है।