भोपाल/इंदौर। मध्यप्रदेश की प्रसिद्ध धार्मिक नगरी उज्जैन में इस वर्ष आगामी 22 अप्रैल से 21 मई तक होने वाले सिंहस्थ का व्यापक प्रचार-प्रसार किया जा रहा है। जन-सामान्य को सिंहस्थ के पौराणिक, ऐतिहासिक, धार्मिक और आध्यात्मिक महत्व को बताने के लिये जनसंपर्क विभाग ने विभिन्न प्रचार माध्यम का प्रयोग किया है। इसी क्रम में इंदौर-जम्मू-तवी मालवा एक्सप्रेस के सभी 17 डिब्बों पर सिंहस्थ की ब्रॉण्डिंग की गयी है। आने वाले एक माह तक मालवा एक्सप्रेस इंदौर से जम्मू-तवी तक जन-जन को सिंहस्थ का संदेश देगी।
उज्जैन स्टेशन पहुँचने पर ट्रेन का ढोल-ढमाकों के साथ स्वागत किया गया। ट्रेन से उतरने एवं जाने वाले यात्रियों का महापौर मीना जोनवाल, मध्यप्रदेश जन-अभियान परिषद के उपाध्यक्ष प्रदीप पाण्डे और स्थानीय जन-प्रतिनिधियों ने पुष्प-मालाओं से स्वागत किया। ट्रेन के कोच पर स्लोगन लिखा है- ‘श्रद्धा और भक्ति का अनूठा सँसार, आये 12 वर्ष में एक बार”।
मालवा एक्सप्रेस को सिंहस्थ की ब्रॉण्डिंग के बाद इंदौर से जम्मू-तवी ले जा रहे ट्रेन के ड्रायवर लारेंस एच. बाबा ने बताया कि इस ट्रेन को जम्मू-तवी ले जाने में उन्हें अधिक आनंद आ रहा है। ट्रेन जब कई स्टेशन से होकर गुजरेगी, तो यात्रियों के साथ जन-सामान्य के लिये कौतुहल का विषय रहेगी। भारत की प्राचीन संस्कृति का संदेश ट्रेन के जरिये जन-सामान्य तक पहुँचेगा। इसी तरह के विचार ट्रेन के यात्रियों ने भी व्यक्त किये।
सिंहस्थ में साहित्यिक एवं सांस्कृतिक गतिविधियाँ हों
सिंहस्थ हमारी पारम्परिक और आध्यात्मिक आस्था का महापर्व है। इस बात को ध्यान में रखते हुए सिंहस्थ के दौरान अधिक से अधिक साहित्यिक एवं सांस्कृतिक गतिविधियाँ हों। यह विचार सिंहस्थ साहित्य एवं सांस्कृतिक उप समिति की बैठक में व्यक्त किये गये। समिति के सदस्यों ने कहा कि सिंहस्थ के दौरान धर्म-सभा हो। इसमें सार्क देशों के प्रतिनिधियों को भी आमंत्रित किया जाये। इस मौके पर अखिल भारतीय संस्कृत सम्मेलन भी किया जा सकता है।
सदस्यों ने कहा कि मेला क्षेत्र में स्थान-स्थान पर रामलीला और धार्मिक नाटकों के आयोजन हों और इसमें स्थानीय कलाकारों को अधिक से अधिक मौका दिया जाये।