अलीगढ़। अनुसूचित जाति/अनुसूचित जनजाति अधिनियम में बदलाव के मुद्दे पर बीजेपी चकरघिन्नी हो गई है। एक तरफ भाजपा का दलित वोट बैंक खिसकता महसूस हो रहा है तो दूसरी तरफ अपने ही शुभचिन्तकों ने एक्ट में बदलाव करने का दबाव बनाना शुरू कर दिया है।
सुप्रीम कोर्ट ने गत दिनों sc-st act के दुरुपयोग को देखते हुए इसमें बदलाव करने के आदेश दिए। इससे देशभर में गृहयुद्ध जैसी स्थिति उतपन्न हो गई। दलित वर्ग बीजेपी के खिलाफ नजर आने लगा। देश के आधे राज्यों में 2 अप्रेल को भारत बंद के दौरान हिंसक वारदातें हुई जिनकी तपिश अब तक बरकरार है। ऐसे में बीजेपी ने यह कहकर अपना दामन बचाना चाहा कि भाजपा इस एक्ट में बदलाव का समर्थन नहीं करती है। खुद सरकार ने बदलाव के विरोध में सुप्रीम कोर्ट में पुनर्विचार याचिका दायर कर दलित वोट बैंक साधने की कोशिश की। दलित वर्ग भाजपा से सहमत हुआ या नहीं, यह तो स्पष्ट नहीं हुआ उल्टे हिन्दू महासभा ने केंद्र सरकार को चेतावनी दे दी है।
केंद्र सरकार की इस पुनर्विचार याचिका के विरोध में उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ में अखिल भारतीय हिन्दू महासभा के सदस्यों ने शनिवार को अपने खून से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को चिट्ठी लिखी। इसमें सरकार से पुनर्विचार याचिका वापस लेने की मांग की।
हिन्दू महासभा के कार्यकर्ताओं ने कहा कि अगर उनकी मांग नहीं मानी गई तो वे दिल्ली के रामलीला मैदान में सिर मुंडवाकर विरोध प्रदर्शन करेंगे।