इंदौर। आखातीज के बाद एक और अबूझ सावा आने वाला है। बुधवार को पीपल पूनम के अबूझ सावे पर शादियों की धूम मचेगी। देशभर में कई जगह सामूहिक विवाह सम्मेलन भी होंगे।
पीपल पूर्णिमा की महिमा
वैशाख शुक्ल पूर्णिमा को पीपल पूनम, बुद्ध पूर्णिमा कहा जाता है। इस दिन गौतम बुद्ध की जयंती और उनका निर्वाण दिवस है । इसी दिन भगवान बुद्ध को बौद्धित्व की प्राप्ति हुई थी।
हिंदू धर्मावलम्बियों के लिए बुद्ध विष्णु के नौवें अवतार हैं। अत: हिन्दुओं के लिए यह दिन पवित्र माना है। इसी कारण बिहार में बोधगया नामक स्थान हिंदू व बौद्ध धर्मावलम्बियों का पवित्र तीर्थ स्थान है । इसी दिन को पीपल पूर्णिमा के रूप में मनाया जाता है।
पीपल की जड़ में विष्णु , तने में केशव, शाखाओ में नारायण, पतौ में भगवान हरी और फल में सब देवताओ से युक्त अच्युत सदा निवाश करते है |