उज्जैन। मध्यप्रदेश की प्रसिद्ध तीर्थनगरी उज्जैन स्थित महाकाल मंदिर में 7 मार्च को महाशिवरात्रि पर शिव विवाह की तैयारियां चल रही हैं। गर्भगृह में चांदी के रूद्र यंत्र को केमिकल से साफ कर चमकाया जा रहा है। दरअसल, उज्जैन में महाशिवरात्रि का महापर्व 28 फरवरी से शुरू हो गया है, जो कि 7 मार्च तक चलेगा। इस दौरान भगवान महाकाल की प्रतिदिन सुबह-शाम विशेष पूजा होती है, जिसमें सैकड़ों श्रद्धालु उपस्थित होते हैं। शिवरात्रि के दिन यहां का माहौल अलग ही होगा। इसकी विशेष तैयारियां की जा रही हैं।
आभूषण का काम करने वाले रूपेश परमार व उनके सहयोगियों ने यंत्र की सफाई की। सफाई के दौरान गर्भगृह में आम लोगों का प्रवेश बंद था। नंदीहॉल के 18 खंभे भी पीतल से चमचमा उठे हैं। विश्रामधाम, नंदीहॉल के बेरिकेड्स में पीतल की रैलिंग को भी पॉलिश कर कलाकार तरणजीत सिंह चमका रहे हैं। सफाई ठेकेदार संजय अग्रवाल ने टीम के साथ प्रांगण में लाल पत्थरों की मशीन से सफाई का काम शुरू कर दिया है।
नौ दिन नित-नए शृंगार
28 फरवरी से 7 मार्च तक शिव नवरात्रि में रोज गर्भगृह में पंडे-पुजारी महाकाल का अभिषेक करेंगे। शाम को राजाधिराज नित-नए शृंगार में दर्शन से भक्तों को अभिभूत करेंगे। पहले दिन भगवान दूल्हा बनेंगे।
कई वीआईपी कतार में
पूर्व केंद्रीय गृहमंत्री सुशील कुमार शिंदे ने शुक्रवार सुबह 9.30 बजे महाकाल मंदिर में दर्शन किए। शाम 4.30 बजे कांग्रेस के वरिष्ठ नेता के राजू व पीएस मुनिया ने भी दर्शन किए। रविवार को प्रदेश के कृषि मंत्री गौरीशंकर बिसेन उज्जैन पहुंचे। मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान बुधवार को प्रभारी मंत्री भूपेन्द्र सिंह के साथ उज्जैन के प्रवास पर हैं। इस दौरान उन्होंने महाकाल मंदिर में जाकर दर्शन लाभ लिया और शहर में सिंहस्थ की व्यवस्था का अवलोकन किया।