जहां चाह वहां राह मन में समाज के लिए कुछ करने की चाह हो तो राह अपने आप निकल आती है। यह साबित कर दिखाया छोटे से शहर नकुड़ के नामदेव बंधुओं ने। संख्या बल काफी कम होने के बावजूद उन्होंने विट्ठल नामदेव मंदिर के निर्माण की राह निकाल ली। …
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