इंदौर। हिन्दू धर्म में स्वास्तिक का चिह्न पूजनीय है। हर शुभ कार्य में कुमकुम-सिंदूर से स्वास्तिक बनाया जाता है। आमतौर पर उलटा स्वास्तिक बनाना अशुभ माना जाता है। मगर एक मंदिर ऐसा भी है जहां मनोकामना पूर्ति के लिए सभी उलटा स्वास्तिक ही बनाते हैं और फिर मनोकामना पूरी होने …
Read More »…इसलिए बाल ब्रह्मचारी हनुमानजी को करनी पड़ी शादी
नामदेव न्यूज डॉट कॉम अजमेर। रामभक्त हनुमान जी को बाल ब्रह्मचारी माना जाता है इसलिए हनुमान जी लंगोट धारण किए हर मंदिर और तस्वीरों में अकेले दिखते हैं। मगर ऐसा नहीं है। पराशर संहिता के मुताबिक हनुमान जी अविवाहित नहीं थे बल्कि विद्या सीखने के लिए उन्होंने बकायदा विवाह किया …
Read More »अनोखा मंदिर जो साल में सिर्फ 5 घंटे खुलता है
नामदेव न्यूज डॉट कॉम देश में कई ऐसे मंदिर हैं जो सदियों से अपने भीतर कई रहस्य छिपाए हुए हैं। कई मंदिरों में ऐसी रस्में होती हैं जो अपने आप में अनोखी होती है। ऐसा ही एक मंदिर है छत्तीसगढ़ के गरियाबंद जिले में स्थित निरई माता मंदिर जो साल …
Read More »महाकाल मंदिर में एक दिन में 10 लाख रुपए से अधिक आय
उज्जैन। बारह ज्योतिर्लिंगों में से एक प्रमुख दक्षिण मुखी ज्योतिर्लिंग श्री महाकालेश्वर मंदिर की एक अपनी अलग पहचान है। यहां स्वयंभू भगवान महाकाल विराजते हैं। सिंहस्थ महापर्व में लाखों श्रृद्धालु भगवान श्री महाकाल के दर्शन कर अपने आपको धन्य महसूस कर रहे है। सिंहस्थ महापर्व के प्रथम शाही स्नान के …
Read More »सांवलिया सेठ के यहां बरसता है सोना
चित्तौडगढ़। बाजार में भले ही सोने चांदी के भाव बेहताशा बढ़ते हो लेकिन आस्था के आगे आज भी इन बेशकीमती धातुओं के भाव कमतर ही साबित हो रहे हैं। यही कारण है कि प्रदेश के प्रमुख मंदिरों में नकदी के साथ सोने चांदी से बने आभूुषणों को चढ़ाने वाले श्रद्वालुओं …
Read More »कलियुग के अवतार खाटू के श्याम बाबा
सीकर जिले का विश्व विख्यात प्रसिद्ध खाटू श्याम मंदिर सीकर। हमारे देश में बहुत से ऐसे धार्मिक स्थल हैं जो अपने चमत्कारों व वरदानों के लिए प्रसिद्ध हैं। उन्हीं मंदिरों में से एक है राजस्थान में शेखावाटी क्षेत्र के सीकर जिले का विश्व विख्यात प्रसिद्ध खाटू श्याम मंदिर। यहां फाल्गुन …
Read More »हिन्दू-मुस्लिम एकता के प्रतीक बने सांई बाबा मंदिर तथा सैय्यद बाबा की मजार
अलवर। हिन्दू-मुस्लिम धर्म के अनुयायी प्रत्येक गुरूवार को मालाखेड़ा कस्बा स्थित श्री सांई बाबा एवं सैय्यद बाबा की मजार पर आकर पूजा-अर्चना कर घर-परिवार व देश में सुख-समृद्धि का आशीर्वाद लेते है। प्रत्येक गुरूवार को यहां भण्डारे का आयोजन कर भक्तों को प्रसाद वितरित किया जाता है तथा मन्नत पूरी …
Read More »दंतेश्वरी मंदिर में है 600 साल पुराना तांबे का त्रिशूल
(त्रिशूल स्तंभ से होता है फागुन मड़ई का आगाज) दंतेवाड़ा। आदि शक्ति मां दंतेश्वरी मंदिर में त्रिशुल स्तंभ की स्थापना के साथ ऐतिहासिक फागुन मंडई की शुरूआत होती है। 6 सौ साल पहले राजा पुरषोत्तम देव ने आंध्र प्रदेश के वारंगल से त्रिशुल लेकर आए थे। देवी भगवती का प्रतीक …
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