न्यूज नजर : प्रकृति ! मुसकुराते हुए कहने लगी कि हे सर्द ऋतु तुम बलवान हो और तुम्हें पूरा अधिकार है कि अपनी हर विशेषताओं को प्रकट करो व इस दुनिया को दिखा दो कि तुम्हारे सिवा दुनिया में कोई बलवान भी नहीं हो। शरद ऋतु की नींव पर खडी …
Read More »वही अर्जुन और वही बाण…
न्यूज नजर : कहा जाता है कि समय बडा बलवान होता है लेकिन समय तो अपनी ही गति के साथ चलता रहता है और वो सदियों से आज तक जैसा था वैसा ही चल रहा है। वहीं दिन और वही रात सदियों से चली आ रही है। …
Read More »एक नुगरे की पीठ पर सौ पापियों का भार
न्यूज नजर : कहा गया है कि एक नुगरे व्यक्ति के स्थान पर सौ पापी ज्यादा अच्छे होते हैं। माना जाता है कि सौ पापी व्यक्ति जितना पाप नहीं कर सकते हैं उससे ज्यादा पाप एक अकेला नुगरा व्यक्ति ही कर लेता है। नुगरा व्यक्ति वह होता है जिसकी नजरों …
Read More »जो ‘राम’ थे वे ‘परशुराम’ हो गए
अराजकता जब चरम सीमा पर पहुंच जाती है और रक्षा करने का महामानव मौन धारण कर लेता है तो सर्वत्र त्राहि त्राहि मच जाती है। बालक बालिकाओं, नर, नारी, बुजुर्ग सभी को अंहकारी शक्तियों से लदा मानव हर तरह की प्रताड़ना देता हुआ नारकीय कर्म करने लग जाता है। …
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