न्यूज नजर : 26 अप्रेल 2020 को अक्षय तृतीया है। ” आखा तीज ” अपना रूप निखार कर और सज धज कर अपने लाव लश्कर के साथ वैशाख के पावन मास पर किसी को कन्या दान कराने तथा किसी को अन्न दान जल दान कराने के लिए जैसे ही …
Read More »गौरा जी ने बोई है हरी-हरी मेहंदी…
न्यूज नजर : सावन की बरसात और धरती को भीजती हुई देख सती पार्वती जी ने सोचा कि अब जमीन उपजाऊ हो चुकी है। अपने स्वभाव और रूचि के अनुसार पार्वती जी ने हाथ पर मेहंदी रचाने के लिए हरी हरी मेहदी के पौधे लगा दिये हैं ताकि यह सावन मास …
Read More »धरती कांपती रही, महाबली गाजते रहे
न्यूज नजर : हवाएं नादान बन कर सारा माहौल गर्म किए जा रही थी और लू का झोंका सबको झुलसाता हुआ गर्मी के भारी गुणगान करने में ही व्यस्त था और यह मान कर चल रहा था कि अब गर्मियों के राज शुरू हो गए। गर्मी अंगद की …
Read More »धरती की पाक अग्नि साधना और वर्षा रूपी महान तीर्थ
न्यूज नजर : काश यह धरती अग्नि साधना नहीं करती तो जगत में जल नहीं होता और जीवन भी नहीं होता। प्रकृति ने इस स्थिति को संतुलित कर पृथ्वी को चलायमान कर दिन व रात तथा ऋतु परिवर्तन जैसी स्थितियों को उत्पन्न किया। इस ऋतु परिवर्तन के कारण ही …
Read More »बसंत को तपाने लगा मेष की ओर बढ़ता सूर्य
न्यूज नजर। अपनी धुरी पर भ्रमण करता सूर्य आकाश की बारह राशियों मेष से मीन तक यात्रा करते हुए पुनः मेष राशि में आ जाता है और बिना रुके उसकी यात्रा जारी रहती है। वर्तमान में सूर्य मीन राशि में भ्रमण कर अपनी यात्रा के अंतिम की ओर बढ रहे हैं …
Read More »केसर घुल गई गारा में…
न्यूज नजर : एक सुन्दर मकान बना कर उसमें कांच की खूबसूरत नक्काशी कर दी गई। जिसमें कोई भी एक वस्तु सभी तरफ से दिखती थी। उस कांच के सुन्दर मकान में हरा हरा चारा डाल दिया गया और एक पशु को उस मकान में प्रवेश करवाया। मकान के बीचो-बीच …
Read More »टोना टोटका और वास्तु दोष की राजनीति
न्यूज नजर : मानव में जन्मजात भय की मनोवृत्ति होती है और वहम इसे हवा दे कर बेहाल बना देता है। भय और वहम मिलकर हर उस घटनाक्रम को हमारे साथ जोड़ देता है जो हमारे अनुकूल नहीं हो रहा है। अनुकूल और सार्थक प्रयास करने के बावजूद …
Read More »बैंडबाजों की सुरीली धुनों कर बीच निकली रेवाड़ी, भक्तों ने बरसाए फूल
अजमेर। जलझूलनी एकादशी पर सातु बहना धिराणियां जोगणिया धाम पुष्कर की चल देव मूर्तियां का नगर भ्रमण हुआ। तीर्थ सरोवर पुष्कर के जयपुर घाट पर जलाभिषेक कर आरती की गई। गुरुवार शाम बैंडबाजों की सुरीली धुनों और ढोल की थाप के बीच जोगणिया धाम से रेवाड़ी निकली। धाम के …
Read More »