अजमेर। एक पिता की चार संतानें। चारों अलग-अलग हुईं। वक्त बीतता चला गया…आपस में मेलजोल बढऩे की बजाय वे और दूर होते गए। तब आज की तरह ना तो आवागमन के पर्याप्त साधन थे और ना ही संचार के। इसलिए यह दूरियां और बढ़ गईं लेकिन अब ऐसा नहीं है। …
Read More »संत नामदेव के अनुयायियों को आना होगा एक बैनरतले
अजमेर। किसी भी समाज का समुचित विकास आपसी एकता से ही संभव है। लोकतंत्र में भी उसी समाज को यथोचित तवज्जो मिलती है जिसका वोट बैंक ज्यादा होता है। अगर संत नामदेव के सभी अनुयायी एक बैनरतले आ जाएं तो नामदेव समाज और बेहतर विकास कर सकता है। यह कहना …
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