न्यूज नजर : अव्यवस्थित होते हुए काल ने अपना ऐसा रूप धारण कर लिया है कि मानो उसे ग्रहण सा लग गया है। वह हर दिन नए घटनाक्रम को अंजाम देने मे जुटा हुआ है। कहीं बारिश की बाढ़ एक ही दिन में लाखों लोगों को घेर कर परेशान कर …
Read More »श्रद्धांजलि : अटल सत्य का अटल मिलन
न्यूज नजर : उसके इरादे सदैव अटल रहे। उसका मिलन सदैव अटल था। वह कब कहां और किन हालातों में मिलेगी यह एक अनसुलझा सवाल ही था। इस सृष्टि की रचना का वह ही केवल एकमात्र सत्य था जिस पर मानव विजय प्राप्त नहीं कर पाया। सृष्टि निर्माण से आज …
Read More »मन के पास होती है आजादी की बादशाहत
न्यूज नजर : शरीर रूपी दुनिया पर मन हुकुमत करता है और शरीर की मालिक आत्मा शक्तिशाली होने के बाद भी मन की गुलामी मे जकड़ी हुई रहतीं हैं। यदि आत्मा आजाद होती तों सब आत्मा की आवाज पर ही अपने कर्म को अंजान देते और व्यवस्थाओं में बुराइयाँ उत्पन्न …
Read More »वास्तु शास्त्र के सिद्धांत एक मगर फल भिन्न-भिन्न क्यों ?
न्यूज नजर : वास्तु में पंच महाभूतों का अनुकूल संतुलन करने मात्र से ही वास्तु दोषों का निवारण नहीं हो जाता वरन उसने रहने वाला व्यक्ति भी पंचभूतों से पैदा हुआ है, उसके शरीर में भी इन पंच महाभूतों का अनुकूल संतुलन होना आवश्यक है। एक ही वास्तु में …
Read More »मनभेद की तलवार हकीकत को भटकाती है
मनभेद दुनिया की वो जागीर होती है जिसके दस्तावेज पर नफरत के हस्ताक्षर होते हैं। इन दस्तावेज में उन कहानियों को दर्ज कर दिया जाता है जो हकीकत की दुनिया से दूर ओर बहुत दूर होती है। कुंठा जलन ईर्ष्या की स्याही और भेद …
Read More »बैशाख का पवित्र सोर मास, जानिए क्यों है सबके लिए कल्याणकारी
न्यूज नजर : हमारे धर्म ग्रन्थों ने बैशाख मास की भूरि भूरि प्रशंसा की है। परमात्मा विश्व शक्ति से तादात्म्य करते हुए उसके अनुरूप कार्य करने को हितकर व परम कल्याणकारी बतलाया है। सर्वत्र यह व्यवस्था दी है जब बैशाख मास में जब सूर्य मेष राशि पर स्थित हो तब …
Read More »पार्वती की शादी शिव के साथ हो रही…
आज कैलाश पर्वत पर फूलों की बरसात हो रही है। ढोल नगारे नोबत और शादीयाने बज रहे हैं। देव, दानव व भूत प्रेत पिशाच तन मन से नाच रहे हैं और बसंत ऋतु भी परवान पर चढ़ अपने प्रिय से मिलन के लिये आतुर होकर सर्वत्र फूलों की बरसात कर …
Read More »नकारात्मक शक्ति की हार का पर्व नवरात्रा
संसार में जब नकारात्मक शक्ति का साम्राज्य हो जाता है और सभी ओर हाहाकार मच जाता है क्योकि इन नकारात्मक शक्तियों में सर्वत्र विध्वंस मचाने का ही गुण होता है और कोई भी प्राणी अपनी इच्छा के अनुसार नहीं रह सकता है और चारों तरफ मार काट मच जातीं हैं। …
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