भारतीय संस्कृति में श्राद्ध पक्ष का बड़ा महत्व है। आश्विन माह की पूर्णिमा से अपने पितरों की मोक्ष प्राप्ति के लिए अपने पूर्वजों के प्रति श्रद्धा का महापर्व शुरू हो जाता है। इसको महापर्व इसलिए माना जाता है क्योंकि नौदुर्गा महोत्सव नौ दिन का होता है, दशहरा पर्व दस दिन का …
Read More »आज तीन ब्राह्मणों को सात्विक भोजन कराएं, तृतीया के श्राद्ध की यह है विधि
पितु निमित विशेष मंत्र: ॐ भूतभव्यभवत्प्रभवे नमः॥ आज शुक्रवार 8 सितम्बर आश्विन कृष्ण तृतीया पर तीज का श्राद्ध मनाया जा रहा है। शास्त्र याज्ञ-वल्क्य-स्मृति के अनुसार मूलतः श्राद्ध होम, पिण्डदान व तर्पण से अधिक तार्किक है वास्तविकता में पितृगण साक्षात वसु, रुद्र व आदित्य रूप में श्राद्ध के देवता हैं। मूलतः मनुष्य …
Read More »सावधान! कौओं को भोजन न कराने से रूठ सकते हैं पितृ
भोपाल। शुक्रवार से प्रारंभ हुआ श्राद्ध पक्ष वास्तव में पितरों को याद करके उनके प्रति श्रद्धा भाव प्रदर्शित करने और नई पीढ़ी को अपनी प्राचीन वैदिक और पौराणिक संस्कृति से अवगत करवाने का पर्व है। इस पक्ष में सुयोग्य ब्राह्मण को भोजन करने, दान-दक्षिणा आदि देने से हमारे पापों का …
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