दतिया। कलियुग में लोग सभी रिश्ते-नाते तिलांजलि देकर निजी स्वार्थों को पूरा करने पर अमादा हो जाते हैं पति-पत्नी जब सात फैरे लेते हैं तो जीवन-मरण की सौगंध अग्रि को साक्षी मानकर शपथ लेते हैं। मगर यहाँ तो कुछ ओर ही देखने को मिला है कि एक सौतेले पुत्र ने …
Read More »