सुरजेवाला ने पूछा, फेथ किपयेगॉन अपील कर सकती है तो फिर विनेश फोगाट क्यों नहीं? इससे पहले उन्होंने लिखा था कि, ‘140 करोड़ भारतवासी स्तब्ध हैं, खेल इतिहास का यह ‘ब्लैक डे’ है। ये एक बहुत बड़ा ‘नफरती षड्यंत्र’ है।
उन्होंने आगे कहा कि पहले, कुश्ती संघ के अध्यक्ष, भाजपा के उस समय के मोदी जी के चहेते सांसद, बृजभूषण शरण सिंह ने देश की विश्व चैंपियन बेटी को शारीरिक व मानसिक प्रताड़नाओं से सताया, फिर भाजपाईयों ने देश की इस बेटी को जंतर मंतर की सड़कों पर पूलिस से घिसटवाया। फिर मोदी सरकार ने इस बेटी पर FIR दर्ज करवाई।
विनेश फोगाट ने फिर भी कभी साहस, शौर्य व धैर्य नहीं गंवाया। पैरिस ओलंपिक में विश्व की अजेय पहलवान यूई सुसाकी व दो और चैंपियन पहलवानो को हराया व देश का तिरंगा लहराया पर षड्यंत्रकारियों को ये भी रास नहीं आया।
देश के सीधे सवाल -:
– कौन है जिससे विनेश फोगाट की जीत हज़म नहीं हुई ?
– किसने हरियाणा और देश की बेटी की पीठ में छुरा घोंपा ?
– किसने किया ताक़त का बेज़ा इस्तेमाल ?
– किसका चेहरा बचाने की हुई कोशिश ?
पर जान लें कि हरियाणा व देश का बच्चा बच्चा उसके साथ है, हमारे लिए वो ओलंपिक गोल्ड मैडल विनर है।
षड्यंत्र का चक्रव्यूह ज़रूर टूटेगा, चेहरे बेनक़ाब ज़रूर होंगे। विनेश, देश कह रहा है…खूब लड़ी मर्दानी वो तो, भारत की बिटिया रानी है।’