मुंबई। भारत के सबसे उम्रदराज पूर्व प्रथम श्रेणी क्रिकेटर वसंत रायजी का मुंबई में शनिवार को निधन हो गया। वह 100 वर्ष के थे।
रायजी के दामाद सुदर्शन नानावटी ने उनके निधन की पुष्टि करते हुए बताया कि पूर्व क्रिकेटर की मृत्यु उम्र संबंधी बीमारी के कारण हुई है। रायजी के दामाद के अनुसार उनकी मृत्यु रात को दो बजकर 20 मिनट पर मुंबई स्थित उनके निवास पर हुई। उनके परिवार में पत्नी और दो पुत्रियां हैं।
दाएं हाथ के बल्लेबाज रायजी ने 1939 में क्रिकेट क्लब ऑफ इंडिया के लिए फेस्टिवल मैच में नागपुर में मध्य प्रांत और बेरार के खिलाफ पदार्पण किया था। इस मैच में दिग्गज क्रिकेटर सीके नायुडू, मुश्ताक अली, विजय हजारे और लाला अमरनाथ जैसे खिलाड़ी भी शामिल थे। रायजी इसके बाद 1941 में मुंबई के लिए खेले। उन्होंने मुंबई के लिए विजय मर्चेंट की कप्तानी में वेस्टर्न इंडिया के खिलाफ अपना पदार्पण किया था।
उन्होंने अपने करियर में कुल नौ प्रथम श्रेणी मैच खेले। नौ मैचों की 14 पारियों में उन्होंने 277 रन बनाए जिसमें 68 रन उनका सर्वाधिक स्कोर था। उनका एक दशक लम्बा करियर द्वितीय विश्व युद्ध के कारण प्रभावित रहा। वह बाद में क्रिकेट इतिहासकार बने और उन्होंने कई किताबें लिखीं। रायजी जब 13 साल के थे, तब भारत ने दक्षिण मुंबई के बांबे जिमखाना में पहला टेस्ट मैच खेला था।
इस साल 26 जनवरी को ही वसंत रायजी ने अपनी जिंदगी का शतक पूरा किया था। तब लीजेंड क्रिकेटर सचिन तेंदुलकर और ऑस्ट्रेलिया के पूर्व कप्तान स्टीव वॉ उनसे मिलने गए थे।