नई दिल्ली। भारत और बांग्लादेश के बीच बुधवार को ढाका में होने वाले मुकाबले के साथ एशिया कप का आगाज होगा। एशिया कप के इतिहास में ऐसा पहली बार होगा कि यह 20-ट्वेंटी ओवर का खेला जाएगा जबकि इससे पहले यह पचास-पचास ओवर का होता था।
भारत और बांग्लादेश के मुकाबले से कुछ ऐसे महत्वपूर्ण आंकड़े सामने आए हैं जो भारतीय टीम के लिए भी चिंता का सबब बन सकते हैं। लेकिन भारतीय टीम अभी तक बांग्लादेश पर भारी ही रही है। एशिया कप में भारत और बांग्लादेश के बीच 1988 से 2014 के बीच 10 मैच खेले गए हैं। इसमें रोचक बात यह है कि इन दोनों टीमों ने एक-दूसरे के खिलाफ लक्ष्य का पीछा करते हुए ही जीत हासिल की है। भारत ने नौ मैच जीते हैं जबकि बांग्लोदश एक बार जीत हासिल करने में सफल रहा।
दोनों टीमों में से जिसने भी पहले बल्लेबाजी करने का फैसला लिया है उसे हार ही नसीब हुई है। बांग्लादेश के खिलाफ बुधवार को होने वाले मुकाबले में भारतीय कप्तान महेंद्र सिंह धोनी टॉस जीतते हैं तो वह इस आंकड़े को ध्यान में जरूर रखना चाहेंगे। लेकिन टॉस जीतने के बाद बल्लेबाजी या क्षेत्ररक्षण का फैसला टीम की रणनीतियों के अनुसार किया जाता है।
इसके अलावा एशिया कप में भारत और बांग्लादेश के बीच इकलौता मैच 1995 में शारजहां में खेला गया था। अजहरुद्दीन की कप्तानी में तब भी भारत ने 9 विकेट से ही जीत दर्ज की थी। इसके साथ ही दोनों टीमों के बीच चार मुकाबले तो एकतरफा ही खेले गए। हालांकि बांग्लादेश की टीम पहले की तुलना अब बहुत मजबूत है और वह यह रिकॉर्ड कभी भी तोड़ सकती है। उसने एशिया कप से पहले अपने घर में भारत, पाकिस्तान जैसी मजबूत टीमों के खिलाफ एकदिवसीय श्रृंखला जीती थी। इस बार एशिया कप में भारत, बांग्लादेश सहित पाकिस्तान, श्रीलंका और एक क्वालीफाइंग टीम हिस्सा ले रही है।