भोपाल। 24 घण्टे की समाधि लेकर भी कोई जिन्दा कैसे निकल सकता है? जब इसका राज खुला तो सभी हैरान रह गए।
राजधानी भोपाल के चिनार पार्क में रविवार को विज्ञान संचारक सारिका घारू ने भू-समाधि लेकर समाज में फैले पाखंड और अंधिविश्वास को दूर करने की साहसिक वैज्ञानिक पहल की।
उन्होंने 24 घंटे तक भूमि के अंदर रहकर समाधि लेने वालों के सच से लोगों को अवगत कराया।
सारिका ने आम लोगों में पाखंड और अंधविश्वास को दूर करने और वैज्ञानिक जागरूकता के लिये चिनार पार्क में एक घंटे की भूमिगत समाधि का वैज्ञानिक प्रदर्शन किया। इस दौरान पुलिस भी मौके पर पहुंच गई और उन्होंने सारिका को समाधि से लेने से रोक दिया।
इसके बाद सारिका ने प्रतीकात्मक समाधि लेकर लोगों को समाधि की जानकारी लोगों के साथ साझा की।
सारिका ने बताया कि एक व्यक्ति को जीवित रहने के लिये एक घंटे में पांच घनफुट ऑक्सीजन की जरूरत होती है। अत: 24 घंटे के लिये 120 घनफुट ऑक्सीजन की जरूरत होती है। यह गड्ढ़ा लगभग 50 घनफुट आकार का था अत: इसमें 10 घंटे तक आसानी से सुरक्षित रहा जा सकता था।
सारिका द्वारा जनसामान्य विशेषकर किशोरियों में वैज्ञानिक सोच एवं जागरूकता की आवश्यक्ता को ध्यान में रखकर यह कार्यक्रम किया गया।