न्यूज नजर : मर्दों में गर्भनिरोध की एक नई तकनीक का बंदरों पर परीक्षण कामयाब रहा है। इस तकनीक में एक क्रीम के जरिए शुक्राणुओं के प्रवाह को रोका जाता है। प्रारम्भिक परीक्षणों में यह तकनीक कारगर साबित हुई है।
इस नए पुरुष गर्भनिरोधक को लाने वाली कंपनी का कहना है कि दो साल के परीक्षणों के बाद पाया गया कि यह क्रीम काम कर रही है और नर बंदरों में इसके नतीजे सकारात्मक रहे हैं।
इस वैसलक्रीम को पुरुष के उस ट्यूब में डाल दिया जाता है जिससे शुक्राणु लिंग की तरफ जाते हैं।
कंपनी को उम्मीद है कि आने वाले कुछ सालों में इसका प्रयोग पुरुषों पर किया जा सकेगा।
अगर इस क्रीम को जरूरी कानूनी मंजूरी मिल जाती है तो बीते सालों में वैसलजेल अपनी तरह का पहला पुरुष गर्भनिरोधक होगा।
फिलहाल पुरुष दो तरीके से गर्भनिरोध का रास्ता अपना सकते हैं। ये हैं कंडोम और नसबंदी. वैसलजेल का असर नसबंदी की तरह ही है।
कम्पनी का मानना है है नसबंदी के विपरीत अगर पुरुष बच्चे के लिए अपना फैसला बदलना चाहें तो वैसलजेल उन्हें यह विकल्प दे सकेगा।