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क्रिकेट सट्टे के लिए वेबसाइट का सहारा


पुलिस अनजान
ग्वालियर। 98 हब डॉट कॉम यानी क्रिकेट सट्टे का नया अड्डा । जी हां, अब सटोरिए वेबसाइट पर ही करोड़ो रुपए के दांव खेल रहे है। चौंका देने वाली बात यह है कि पुलिस इस गोरखधंधे से अभी तक पूरी तरह अनजान है।

ऑनलाइन क्रिकेट का सट्टा इन दिनों अपने फुल फॉर्म पर है। पुलिस अब तक मोबाइल ट्रेप कर या मुखबिर के जरिए सटोरियों तक पहुंचती आई है। जबकि सटोरियों ने पुलिस की तकनीक को मात देते हुए अब ऑनलाइन सट्टे का कारोबार फैला लिया है। इसे ट्रेप कर पाना पुलिस के लिए टेढ़ी खीर साबित हो रहा है।
आए दिन नई वेबसाइट
इस वेबसाइट के खुलासे के बाद हर दो दिन में सट्टे के लिए नई वेबसाइट बन रही है। साथ ही पुलिस की नजर में वेबसाइट आए इसके पहले ही उसे बंद कर दिया जाता है। फिलहाल मार्केट में 98 हब डॉट कॉम पर सट्टे का खुलकर कारोबार हो रहा है। इस पर बकायदा लॉग इन आईडी तैयार कर ग्राहकों के पैसे लग रहे है।

रात को मैच निपटते ही 15 मिनट के अंतर से लॉग इन पर पूरा हिसाब आ जाता है। इसके बाद अगले दिन सुबह पैसों का लेन-देन हो जाता है। खास बात यह है कि सटोरिए वेबसाइट लोकल आईटी एक्सपट्र्स से ही तैयार करवा रहे है। जबकि पुलिस इन वेबसाइट को इंटरनेशनल मानकर कार्रवाई नहीं कर रही है।

मुखबिर के साथ साइबर सेल भी फेल

प्रदेश भर में क्रिकेट का ऑनलाइन सट्टा बेहद प्रचलन में है। आलम यह है कि बुकी के पास युवाओं से लेकर संभ्रांत परिवारों की महिलाएं भी बतौर ग्राहक संपर्क में है। मैच शुरू होते ही मोबाइल में नेट की मदद से सट्टे के दांव लगना शुरू हो जाते है। जबकि पुलिस का इस काले कारोबार को बस्र्ट करने में मुखबिर तंत्र से लेकर सायबर सेल तक फैल साबित हो चुकी है। पूरे प्रदेश में अशोक नगर पुलिस के अलावा कोई और इस गोरखधंधे का भंडाफोड़ नहीं कर सका है।