नई दिल्ली। अंतरिक्ष में सबसे लंबे समय तक रहने वाली महिला का रिकॉर्ड अपने नाम करने के बाद अमेरिका की अंतरिक्ष यात्री क्रिस्टीना कोच गुरुवार को धरती पर सुरक्षित लौट आयीं।
अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा ने बताया कि कोच के साथ यूरोपीय अंतरिक्ष एजेंसी की अंतरक्षि यात्री लूका परमितानो और रूस के अंतरिक्ष यात्री एलेक्जेंडर स्क्वोर्त्सोव भी वापस आये हैं। तीनों ने भारतीय समयानुसार सुबह 11.20 बजे वापसी का सफर शुरू किया था और तीन घंटे 22 मिनट बाद अपराह्न 2.42 बजे कजाकिस्तान के जेज्काज्गन शहर से दक्षिण-पूर्व में उनका यान उतरा।
नासा ने बताया कि 14 मार्च 2019 को मिशन पर रवाना हुई कोच के अंतरिक्ष प्रवास के दौरान किये गये अनुसंधानों एवं प्रयोगों से लंबी अवधि की अंतरिक्ष यात्रा के महिलाओं पर प्रभाव के बारे में अध्ययन में मदद मिलेगी जो नासा के आगामी चंद्र मिशन तथा मंगल मिशन की तैयारी के लिए महत्वपूर्ण साबित होगा।
लैंडिंग के बाद तीन अंतरिक्ष यात्रियों की चिकित्सा जाँच की जायेगी। इसके बाद वे कजाकिस्तान के करगंडा जायेंगे। वहाँ से तीनों को उनके देश भेजा जायेगा।
कोच ने 328 दिन तक अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन में रहकर विभिन्न वैज्ञानिक प्रयोगों तथा मिशनों को अंजाम दिया। इससे पहले कोई भी महिला अंतरिक्ष यात्री इतने लंबे मिशन पर नहीं गयी है। पिछला रिकॉर्ड अमेरिकी अंतरिक्ष यात्री पेगी विटसन के नाम था जो 2016-17 के दौरान स्टेशन कमांडर के रूप में 288 दिन तक अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन में रही थीं।
यह कोच का पहला अंतरिक्ष मिशन था। अपने पहले ही मिशन में वह लगातार सबसे लंबे समय तक अंतरिक्ष में रहने वाले अमेरिकी अंतरिक्ष यात्रियों की सूची में स्कॉट केली के बाद दूसरे स्थान पर पहुँच गयी हैं जो 340 दिन तक लगातार अंतरिक्ष में रहे थे।
अंतरिक्ष में 328 दिन के अपने प्रवास के दौरान सुश्री कोच ने धरती के 5,248 चक्कर लगाते हुये 13.9 करोड़ किलोमीटर की यात्रा की है। यह 291 बार चाँद पर पहुँचकर वापस आने जितनी दूरी है। उन्होंने छह अंतरिक्ष स्टेशन से बाहर निकलकर चहलकदमी की और इस दौरान खुले अंतरिक्ष में 42 घंटे 15 मिनट बिताये। अपने अंतिम स्पेसवॉक में वह जेसिका मीर के साथ बाहर निकली थीं। इतिहास में यह पहला मौका था जब किसी स्पेसवॉक में पूरी तरह महिलाओं का दल अंतरिक्ष स्टेशन के बाहर गया हो।