आजकल हर कोई बड़े चाव से घर में स्प्राउट बनाकर खाता है। वैसे सदियों से स्प्राउट हमारा पसंदीदा आहार रहा है लेकिन ताजा रिसर्च कहता है कि स्प्राउट का सेवन करने भी सावधानी बरतनी चाहिए।
एक रिसर्च के अनुसार स्प्राउट्स को अंकुरित करते समय इसमें रहने वाली नमी से साल्मोनेला, ई.कोलाइ और लिस्टेरिया जैसे बैक्टीरिया पैदा हो सकते हैं। इनसे कई तरह की बीमारियां हो सकती हैं। ऐसे में जरूरी है कि स्प्राउट्स को उबाल कर ही खाया जाए।
क्या हो सकते है नुकसान ?
टाइफाइड
कच्चे स्प्राउट्स में मौजूद साल्मोनेला टाइफी नामक बैक्टीरिया टाइफाइड की बीमारी को न्योता दे सकता है।
किडनी से जुड़ी बीमारियां
ज्यादा मात्रा में कच्चा स्प्राउट्स खाने से इसमें मौजूद लिस्टीरिया नामक बैक्टीरिया किडनी पर बुरा असर डाल सकता है। इससे किडनी डिजीज की आशंका बढ़ जाती है।
यूरिनरी ट्रैक्ट इन्फेक्शन
कच्चे स्प्राउट्स में मौजूद ई कोलाइ वायरस शरीर में जाकर यूरिनरी ट्रैक्ट इन्फेक्शन का खतरा बढ़ाते हैं।
उबाल कर सेवन करें
अंकुरित पदार्थों में बैक्टीरिया आसानी से पनप जाता है, इसलिए इन्हें उबाल कर या भाप में पका कर खाना बेहतर रहता है। अगर पैंक्रियाटाइटिस, गैसट्रिटाइटिस, डायरिया, पेस्टिक अल्सर है तो अंकुरित खाद्य पदार्थों को भाप में पका कर खाएं।