टोंक। अजमेर रेंज के टोंक में कलेक्ट्रेट पर मंगलवार को उस समय सनसनी फैल गई जब डिग्गी थाना क्षेत्र के जयसिंहपुरा के ग्रामीण एक युवक का शव लेकर आ धमके। उन्होंने युवक बाबूलाल मीणा की हत्या कर लाश पेड़ पर लटकाने का आरोप लगाते हुए कलक्ट्रेट में शव रखकर प्रदर्शन किया।
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कुरेड़ा निवासी बाबूलाल का शव जयसिंहपुरा क्षेत्र के पेड़ पर लटका हुआ मिला था। टोंक के पूर्व प्रधान खेमराज मीणा के नेतृत्व में बड़ी संख्या में ग्रामीण टोंक कलक्ट्रेट पहुंचे जहां उन्होंने जमकर नारेबाजी की। ग्रामीणों ने कई घंटों तक प्रदर्शन कर घटना का रोष जताया। मृतक के भाई रामावतार मीणा ने आरोप लगाते हुए कहा कि राहोली गांव निवासी मुकेश चौधरी उसके भाई से रंजिश रखता था।
मुकेश की बहिन ने किसी अन्य के साथ भाग कर शादी की थी लेकिन मुकेश को उसके भाई बाबूलाल पर संदेह था। 3 अगस्त को मुकेश 25-30 लोगों के साथ हथियारों से लैस होकर उसके घर पर आया और बाबूलाल को जान से मारने की धमकी देकर गया। इसके बाद से उसका भाई घर भी नहीं लौटा। वहीं पूरा परिवार दहशत में चल रहा था। इसकी शिकायत भी पुलिस को दी गई लेकिन पुलिस ने इसे मामूली बात समझकर टाल दिया।
मांगें मानने पर उठाया शव
कलक्ट्रेट में शव रखकर बैठे ग्रामीणों से पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों ने काफी समझाइश की लेकिन वह हत्या का मुकदमा दर्ज कर आरोपियों को गिरफ्तार करने, जांच अधिकारी बदलने और मृतक के परिजन को आर्थिक सहायता दिलाने की मांग पर अडे़ रहे। आश्वासन मिलने पर ग्रामीणों ने शव उठाया।
निवाई थाना क्षेत्र से युवती की गुमशुदगी दर्ज हुई थी और बाबूलाल मीणा पर संदेह जताया गया था। बाद में परिजन युवती को अपने साथ ले आए थे वहीं सोमवार रात्रि में बाबूलाल मीणा नामक युवक का शव पेड़ से लटका मिला था।
टोंक के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक अवनीश शर्मा ने बताया कि परिजन की मांग पर हत्या का मुकदमा दर्ज कर लिया गया था। आज तीन मांगें रखी गई जिनमें आर्थिक सहायता, जांच अधिकारी डीएसपी मोटाराम बेनीवाल को बदलने और अन्य लोगों को भी नामजद करना था। सभी मांगे मान ली गई है। उन्होंने कहा कि पुलिस की एफएसएल टीम ने मौके पर जाकर साक्ष्य उठाए और आस-पास के लोगों से भी जानकारी जुटाई है। साथ ही डिग्गी के प्राथमिक सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र में शव का पोस्टमार्टम करवाकर परिजन के सुपुर्द कर दिया गया है।