मृतकों के परिजन का कहना था कि हम लोगों के हाथ जोड़ते जा रहे थे कि वे रुक जाएं, पैरों तले किसी को नहीं रौंदे। लेकिन कोई भी नहीं रुक रहा था। मंदिर प्रशासन भी मदद करने के लिए नहीं आया, पुलिस और मेडिकल वालों को आने में दो घंटे लग गए। जब तक वे लोग पैरों तले कुचले जाते रहे। इस घटना के बाद अब आगामी आदेशों तक मंदिर बंद कर दिया गया है।
हजारों लोग पहुंचे
एकादशी के मौके पर खाटू श्याम के दर्शन करने के लिए हजारों की संख्या में लोग पहुंचे थे। देर रात ग्यारह बजे मंदिर में काफी भीड़ थी। लेकिन नियमानुसार रात ग्यारह बजे मंदिर के पट बंद कर दिए गए थे। तड़के चार बजे मंदिर के पट खोले जाने थे। इस दौरान हजारों की संख्या में लोग मंदिर में जुटे रहे। मंदिर के बारह तक भीड़ मौजूद रही। तड़के चार बजे जैसे ही मंदिर के पट खुले अचानक भीड़ बेकाबू हो गई।
बेरिकेड्स बेअसर
मंदिर में लाइन से दर्शन करने के बंदोबस्त के लिए स्टील के बेरीकेड और रेलिंग लगा रखी है। लेकिन उसे लांघकर सबसे आगे जाने की ऐसी होड़ मची की दो दर्जन से ज्यादा महिलाएं और बच्चे नीचे गिर गए। जब तक भीड़ काबू की जा सकी, तब तक उनमें से तीन महिलाओं की मौत हो चुकी थी। मौके पर पहुंची खाटू श्याम जी थाना प्रभारी रिया चौधरी ने बताया कि मंदिर के कपाट खुलते ही भीड़ बेकाबू हो गई। उसके बाद ये हादसा हुआ है। मृतकों में से दो महिलाएं हरियाणा की बताई जा रही है। एक शांतिदेवी है। घायलों महिलाओं और बच्चों में अलवर और जयपुर शहर के लोग बताए जा रहे हैं।