अजमेर। ब्यावर में गैस सिलेंडर की अवैध रीफिलिंग के कारण हुई दुखांतिका के बाद जिला कलेक्टर गौरव गोयल ने पूरे जिले में घरेलू एवं व्यवसायिक या अन्य प्रकार के गैस सिलेंडरों की अवैध रिफिलिंग के खिलाफ सघन अभियान चलाकर कार्रवाई के निर्देश दिए हैं। एक ही हादसे में 19 जनों की मौत के बाद प्रशासन को यह सुध आई है।
अजमेर में रसद विभाग और स्थानीय पुलिस की मिलीभगत से रसोई गैस की अवैध रिफिलिंग का कारोबार जगह-जगह चल रहा है। हजारों कारें रसोई गैस से दौड़ रही हैं। जगह-जगह कारों में अवैध रूप से गैस रिफिलिंग की जाती है। स्थानीय थाना पुलिस और रसद विभाग के नुमाइंदों को इन ठिकानों की पूरी जानकारी है, इसके बावजूद वे इस कारोबार पर लगाम नहीं लगा पा रहे हैं। अलबत्ता सूचना मिलने पर वे अपना हिस्सा लेने जरूर वहां पहुंच जाते हैं।
बानगी के तौर पर पहाड़गंज में श्मशान घाट के सामने लकड़ी की टाल में अवैध गैस रिफिलिंग कराने के लिए दिनभर कार-वैन की आवाजाही लगी रहती है। यहां तारागढ़ जाने वाली टैक्सियों और स्कूली बच्चों को लाने-ले जाने वाली वैनों में रसोई गैस की रिफिलिंग होती है।
दरगाह बाजार, अंदरकोट, आगरा गेट, खाइलेंड आदि जगह बड़े सिलेंडर से छोटे सिलेंडर भरकर खुलेआम बेचे जाते हैं। शहर के हर शख्स को इसकी जानकारी है लेकिन रसद विभाग और पुलिस जान बूझकर अनजान बनी रहती है।
अब कलेक्टर ने सख्ती दिखाई तो खाइलेंड सहित कुछ जगह रसद विभाग की टीमों ने कार्रवाई का दिखावा किया है।
रविवार को बांदनवाड़ा एवं मसूदा में भी कार्रवाई कर दो कारों एवं सिलेंडरों को जब्त किया गया। लेकिन यह तय है कि दो-चार दिनों में मामला शांत होने के बाद सबकुछ फिर से पहले की तरह चलने लगेगा।
इससे पहले भरतपुर दुखान्तिका से सबक लेते हुए शहर के सभी समारोह स्थलों पर कार्रवाई की गई लेकिन बाद में मिलीभगत कर जेबें भर ली गई और सबकुछ पहले जैसा हो गया।