सिरोही। राजस्थान गौरव यात्रा के दौरान गुरुवार को सिरोही आई मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे को कांग्रेस द्वारा होर्डिंग के माध्यम से सरकार की बदहाल व्यवस्था पर सवाल करना नागवार गुजरा। इसके लिए उन्होंने सिरोही से निकलते ही इन होर्डिंगस को लगाने की अनुमति देने वाले अधिकारी को जाँच करने के आदेश दिया है।
इसके बाद नगर परिषद के अधिकारी को एपीओ किए जाने की चर्चा शहर में फैल गई, लेकिन आयुक्त प्रहलादसहाय वर्मा के अनुसार ऐसा उन्हें भी सुनाई में आया है, लेकिन फिलहाल नगर परिषद में ऐसा कोई आदेश उन्हें नहीं मिला है।
मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे राजस्थान गौरव यात्रा पर सिरोही पहुंचने पर कांग्रेस ने जिले में सरकारी विभागों में फैले भ्रष्टाचार, जिले में सरकारी योजनाओं की बदहाली और जनता की बेहाली के समाचार पत्रों में छपे समाचारों की कटिंगस का एक होर्डिंग तैयार करवाया।
नगर परिषद से अनुमति मिलने के बाद इसे शुल्क भरकर शहर में उन चार जगहों पर लगा दिया, जहां से मुख्यमंत्री का निकलना प्रस्तावित था। इस होर्डिंग का असर दिखा। मुख्यमंत्री जवाब दो शीर्षक और मुख्यमंत्री को वायदे याद दिलवाने वाले इन दो होर्डिंग पर मुख्यमंत्री की नजर पडी। इन होर्डिंग पर लिखी बातें उनके सभा में दिए गए भाषण के गौरव को धूमिल करने वाला था।
उन्होंने इन होर्डिंग को लगाने का आदेश देने वालों की जांच और इन होर्डिंग पर प्रकाशित समाचारों की फोटो भेजने को कहा। इस पर सिरोही के उपखण्ड अधिकारी गोपाल परिहार और तहसीलदार रात को नगर परिषद पहुंचे। उन्होंने आयुक्त प्रहलादसहाय वर्मा से इसकी पत्रावली मंगवाई। इसके बाद संबंधित अधिकारी को एपीओ किए जाने के आदेश आने की चर्चा शहर में फैल गई।
खुल सकती हैं कई जांच
इस होर्डिंग को लेकर मंगलवार रात से ही सिरेाही के राजनीतिक और प्रशासनिक गलियारे में हडकम्प था। इसे नगर परिषद ने बुधवार दोपहर को हटा दिया था। फिर कांग्रेस पार्षदों ने नगर परिषद में शाम को धरना दिया। रात को फिर से इन्हें लगाया गया। गुरुवार को मुख्यमंत्री की नजर इस पर पड़ ही गई। इस होर्डिंग के मुद्दों के साथ-साथ नगर परिषद के अन्य प्रकरणों की जांच भी होने की आशंका प्रशासनिक गलियारे में तेज हो गई है।