अजमेर। पहली बार निर्वाचन आयोग ने बुजुर्गों और दिव्यांग मतदाताओं को घर पर ही मतदान करने की सुविधा शुरू की है, लेकिन निर्वाचन विभाग के अफसरों ने इसे भी मजाक बनाकर रख दिया है।
शहर में तो गुप्त मतदान का पूरा ध्यान रखा जा रहा है, लेकिन गांवों में मतपेटी को खुले में रखा जा रहा है। उनके लिए ‘कवर’ नहीं लगाया जा रहा है।
निर्वाचन विभाग ने 14 नवम्बर से होम वोटिंग की व्यवस्था प्रारम्भ की है जो 19 नवम्बर तक चलेगी। इसमें उन बुजुर्ग और दिव्यांग मतदाताओं के घर जाकर मतदान कराया जा रहा है, जो बूथ तक आने में असमर्थ हैं। इसके लिए पोलिंग पार्टी पूरा तामझाम लेकर उनके घर पहुंच रही हैं।
वहां मतपेटी और बैलेट पेपर के जरिए मतदान की व्यवस्था की जा रही है। शहरों में तो मतपेटियों को कवर से ढका जा रहा है लेकिन ग्रामीण इलाकों में मतपेटियों को कवर नहीं कर खुले में मतदान कराया जा रहा है और बकायदा उसकी फोटोग्राफी कराकर वाहवाही भी लूटी जा रही है।