जयपुर। इस त्योहारी सीजन में आप सस्ती नमकीन रहे हैं तो सावधान हो जाएं। सस्ती नमकीन आपकी जेब तो बचा सकती है लेकिन पेट और सेहत बिगाड़ बिगाड़ सकती है।
नमकीन में बेसन की जगह मटर का पाउडर और केमिकल मिलाए जा रहे हैं। साथ ही घटिया तेल में तैयार नमकीन से वापस तेल निकालने के लिए मशीनें भी लगी हैं। इन मशीनों की मदद से नमकीन से वापस तेल निकाल लिया जाता है। ऐसी नमकीन थोड़े दिन बाद ही सूख जाती है और बदबू मारने लगती है। इसका स्वाद भी हल्का कड़वापन लिए होता है।
जयपुर, अजमेर सहित राज्य में कई बड़े नमकीन कारोबारियों ने ऐसी मशीनें लगा रखी हैं। जयपुर में
सीएमएचओ प्रथम डॉ. नरोत्तम शर्मा के निर्देश पर बुधवार को चिकित्सा विभाग की टीम ने जयसिंहपुरा खोर में कृष्णा नमकीन भण्डार पर मिलावटी नमकीन बनाने के गोरखधंधे का भंडाफोड़ किया। यहां नमकीन में सड़ी हुई दाल, सोडा केमिकल, मटर पाउडर आदि से मिलावटी नमकीन तैयार की जा रही थी।
नमकीन के पैकेट पर 40 प्रतिशत बेसन से तैयार की गई नमकीन अंकित था, लेकिन मौके पर बेसन मिला ही नहीं। इस पर 1050 पैकेट नमकीन और 1500 किलो ख़राब दाल जब्त की है और नमकीन और दाल के 1-1 सैंपल भी लिए गए हैं।
कुछ दुकानदार बेसन के साथ चटरी-मटर की दाल व चावल की कनकी पिसवाकर मिलावट कर उसी से नमकीन तैयार कर रहे हैं। कलर में कपड़ा धोने वाला पीला रंग इस्तेमाल कर ग्राहकों की जिंदगी से खिलवाड़ कर रहे हैं।
इसी तरह भीलवाड़ा में मिलावटी नमकीन का गोदाम पकड़ा गया है।
यह भी पढ़ें
दीपावली पर मिलावट जोरों पर, सरसों तेल के नाम पर बिक रहा पाम ऑयल