जयपुर। संजय लीला भंसाली की ‘पद्मावती’ जहां संवेदनशील मुद्दा बनी हुई है, वहीं, राजस्थान की भारतीय जनता पार्टी सरकार ने राज्य के राजपूत वोट बैंक को भुनाने के लिए उदयपुर में चित्तौड़ की रानी की नौ फुट ऊंची प्रतिमा लगाने की योजना बनाई है।
राज्य के गृहमंत्री गुलाबचंद कटारिया ने इसे लेकर नवंबर में मूर्तिकार के साथ एक बैठक की थी। उन्होंने मूर्ति का काम जल्द से जल्द पूरा करने का निर्देश दिया था।
इस मूर्ति की डिजाइन जयपुर में तैयार की गई है, जो पांच-छह महीनों में बनकर तैयार होगी। इसमें रानी पद्मावती को ‘जौहर’ या सामूहिक-आत्महत्या के लिए जाते दिखाया जाएगा।
सूत्रों ने बताया कि साल 2016 में वसुंधरा राजे सरकार ने प्रसिद्ध राजपूत हस्तियों की मूर्तियों के निर्माण का आदेश दिया था, जिसमें पन्ना ताई, राना खुंभा, बप्पा रावलजी, केसरी सिंह और विजय सिंह पथिक शामिल हैं। हालांकि यह परियोजना अटकी पड़ी हुई है।
उन्होंने बताया कि अब ‘पद्मावती’ फिल्म को लेकर मचे राष्ट्रीय तूफान के बीच सरकार ने इस मुद्दे से राजनीतिक लाभ उठाने का फैसला किया है।