जयपुर। राजस्थान विधानसभा चुनावों के लिए कांग्रेस की सूची में कई जगह पेंच फंसा हुआ है। पार्टी अपने उम्मीदवारों की पहली सूची को अंतिम रूप देने में जुटी हुई है। वहीं, इसी बीच कांग्रेस के संगठन महासचिव अशोक गहलोत ने बुधवार को ऐलान किया कि राजस्थान के आगामी विधानसभा चुनाव में वह खुद और प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष सचिन पायलट चुनावी मैदान में उतरेंगे। दोनों में से कौन मुख्यमंत्री बनेगा, यह देखना दिलचस्प होगा।
गहलोत ने संवाददाताओं से कहा कि भाजपा की ओर से प्रचारित किया जा रहा था कि कांग्रेस में फूट है, अंदरूनी कलह है, जबकि ऐसा कुछ भी नहीं है। कांग्रेस पूरी तरह एकजुट है। उन्होंने कहा कि मैं और पायलट दोनों ही विधानसभा चुनाव लड़ेंगे। इस मौके पर मौजूद पायलट ने भी कहा कि राहुल गांधी के निर्देश और गहलोत जी के निवेदन पर मैं चुनाव लडूंगा।
राजस्थान कांग्रेस का झगड़ा इस बात को लेकर है कि पार्टी सत्ता में आती है तो मुख्यमंत्री कौन बनेगा। सर्वे के अनुसार कांग्रेस सत्ता में आ रही है। ऐसे में, नेताओं के मुख्यमंत्री बनने की लालसा बढ़ती जा रही है।
दरअसल, पायलट गुट और अशोक गहलोत गुट दोनों ही चाहते हैं कि कम से कम 80 ऐसे लोगों को टिकट दिलवाएं, जो उन्हें मुख्यमंत्री बनाने में मदद करें। पार्टी का एक मत यह है कि दोनों बड़े नेताओं को प्रचार करना चाहिए, जबकि अशोक गहलोत चाहते हैं कि अपनी परंपरागत सीट सरदारपुरा से चुनाव लड़ें, जबकि सचिन पायलट ने विधानसभा चुनाव कभी नहीं लड़ा है।
गौरतलब है कि राजस्थान विधानसभा की 200 सीटों के लिए सात दिसंबर को मतदान होगा। बीजेपी ने अपने 131 उम्मीदवारों की पहली लिस्ट जारी कर दी है जबकि कांग्रेस लिस्ट जारी नहीं कर सकी है।