नामदेव न्यूज डॉट कॉम
अजमेर। मृत्युभोज के खिलाफ नामदेव न्यूज डॉट कॉम की ओर से चलाई जा रही मुहिम असरकारी साबित हो रही है। इस संबंध में समाज के जागरूक बंधुओं के विचार आना लगातार जारी है।
युवा पीढ़ी का दायित्व
मृत्यु भोज बेशक पुरानी कुप्रथा है लेकिन इसका खात्मा संभव है। इसके लिए युवा पीढ़ी को आगे आना होगा। समय की मांग भी यही है कि हम जल्द से जल्द इस कुप्रथा से किनारा कर लें। काफी पट्टियों में इस पर रोक लग चुकी है। अब इसे जड़ से खत्म करने के लिए सबका सहयोग जरूरी है।
-छगन बी. छीपा बरलूट हाल पुना
अपनानी होगी समझदारी
विकसित समाज भले ही मृत्युभोज में लाखों रुपए खर्च कर सकते हैं लेकिन हमारा समाज अभी विकासशील है। दूसरों की देखा-देखी इस कुप्रथा का निर्वहन करना उचित नहीं है। मृत्युभोज में खर्च की गई राशि अगर समाज विकास में लगाई जाए तो जल्द ही समाज स्थिति में सुधार हो जाएगा।
सुरेश भाई रत्नागिरी (मरूथल मेलेटा, जिला जालोर)