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माली सैनी समाज के शैक्षणिक विकास, सशक्तीकरण व एकीकरण पर मंथन

पुष्कर। गणतांत्रिक समाज संगठन (GSS) का राष्ट्रीय सम्मेलन शनिवार को तीर्थ नगरी पुष्कर स्थित मालियान धर्मशाला में आयोजित किया गया। माली सैनी समाज के शैक्षणिक विकास, सशक्तीकरण एवं एकीकरण को लेकर सम्मेलन में विभिन्न राज्यों से जुटे समाज के गणमान्यजनों ने मंथन किया।

सम्मेलन में समाज में शिक्षा का स्तर बढाने, रोजगार के अवसर सृजित करने, सरकारी सेवाओं में समाज के प्रभुत्व तथा राजनी​तिक क्षेत्र में सशक्त भागीदारी सुनिश्चित करने के लिए कार्ययोजना के अनुरूप काम किए जाने का आहवान किया गया। समाज के हर वर्ग जैसे कृषि, व्यवसाय, उद्यमिता में प्रवीणता हासिल करने के लिए संबधित क्षेत्रों के निपुर्ण व्यक्तियों ने मार्गदर्शन किया।

इस मौके पर सम्मेलन के मुख्य वक्ता एवं गणतांत्रिक समाज संगठन के संस्थापक एवं केन्द्रीय अवर सचिव (कानून मंत्रालय) कमल सिंह ने कहा कि सक्षम बंधु गैरराजनीतिक रहते हुए समाज के अन्य वर्ग को संबल दें। परस्पर प्रतिद्वंदी बनने की बजाय सहभागी बनेंगे तो समाज में एकजुटता आएगी। हम मजबूत है, मजबूर नहीं ऐसा भाव रखकर चलेंगे तो आत्मविश्वास बढेगा तथा सहजता से समाज का विकास के पथ पर गतिशील किया जा सकेगा।

उन्होंने बताया कि आज हर क्षेत्र में माली सैनी समाज का दखल है। प्रशासनिक पदों में हमारी संख्या बढी है। जनसंख्या प्रतिशत के हिसाब से हमारा समाज राजनीति की दशा और दिशा तक बदल सकता है। समाज को बदलते समय के साथ नवाचारों को अपनाना होगा। शिक्षा ऐसा मजबूत हथियार है जिसके जरिए हम हर मुकाम में सफलता हासिल कर सकते हैं। इसके लिए धरातल पर काम करने का इस संगठन का उद्देश्य है। देश के हर शहर, गांव, कस्बा, ढाणी तक पहुंच बनानी होगी। टीम भावना से सब काम करेंगे, परस्पर संवाद बनेगा तो अन्याय के खिलाफ लडने का सामर्थ्य खुद ब खुद आ जाएगा।

 

सम्मेलन में यह प्रस्ताव हुए पारित

विभिन्न प्रतियोगी परीक्षाओं में समाज के युवा चयनित हो इसके लिए आनलाइन तथा आनलाइन कोचिंग लाइब्रेरी, करियर काउंसलिंग हेतू संपूर्ण भारत में विभिन्न शहरों, जिला मुख्यालयों पर केन्द्र स्थापित करने का निर्णय सर्वसहमति से लिया गया।

माली सैनी समाज कृषि व्यवसाय से पुश्तैनी रूप से जुुडा रहा है। इसके लिए आवश्यक है कि कृषि क्षेत्र में नवाचारों को प्रोत्साहित करने, आर्गेनिक खेती बढावा देने तथा उपज को खेत से सीधे उपभोक्ताओं तक आनलाइन पहुंचाने के लिए आधुनिक सॉफ्टवेयर तथा योजनाओं अवगत कराया जाए।

 

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सामाजिक सशक्तीकरण, एकीकरण एवं महिला उत्थान के कार्य को गति देने के लिए योजनाबद्ध तरीके से काम करने का प्रस्ताव पारित किया गया। इसके लिए समाज की शिक्षित महिलाओं को अग्रिम पंक्ति में भूमिका निभाने का आहवान किया गया।

सात राज्यों से जुटे जीएसएस पदाधिकारी

राष्ट्रीय संयोजक रणछोड सिंह गहलोत ने बताया कि सम्मेलन में देश के सात राज्यों से गणतांत्रिक समाज संगठन से जुडे पदाधिकारियों ने शिरकत की। जम्मू कश्मीर से हाईकोर्ट अधिवक्ता प्रीतम सिंह सैनी, मध्यप्रदेश से खूबसिंह कुशवाहा, उत्तर प्रदेश से मुकेश कुमार कुशवाहा समेत अन्य राज्यों से भी प्रतिनिधि मंडल ने शिरकत की। इसके अतिरिक्त राजस्थान की जिला ईकाईयों के पदाधिकारियों ने अन्य राज्यों से आए समाज बंधुओं संग विचार साझा किए। इस अवसर पर नवनियुक्त पदाधिकारियों को नियुक्तिपत्र सौंपे गए। मंच संचालन केके सैनी ने किया। मालियान समाज धर्मशाला पुष्कर अध्यक्ष ओमप्रकाश सांखला व संरक्षक बाबूलाल दग्दी का विशेष सहयोग रहा।

 

 

समाज के इन गणमान्यजनों का मिला मार्गदर्शन

सम्मेलन को राजस्थान बीज निगम के निदेशक सीताराम सैनी, जीएसएस के प्रदेश समन्वयक केके सैनी, शिक्षाविद् एवं समर्थ एक्जाम प्रेप के संस्थापक छवि प्रकाश सैनी, ललित कला अकादमी की सदस्य ममता चौहान, जीएसएस महिला विंग प्रदेशाध्यक्ष एडवोकेट बबिता टांक, टोंक से कैलाश आर्यवीर, रतनलाल पीटीआई, पाली जिलाध्यक्ष पन्नालाल सैनी, शाहपुरा के पूर्व प्रधान मंजु सैनी, महिला विंग उपाध्यक्ष मंजु गहलोत, लांबिया जैतारण से बिरदाराम सैनी, सिरोही से भगवानाराम, दौसा जिलाध्ध्यक्ष एडवोकेट दिनेश सैनी, महेश चौहान, नेहा आलूदिया, पार्षद उमा दग्दी, बीना टांक, सुनीता चौहान, रेखा सैनी, क​विता कछावा, एडवोकेट धर्मेन्द्रसिंह टांक, दुर्गाप्रसाद भाटी, हेमराज सिसोदिया, उदयपुर से म​हिला प्रदेशाध्यक्ष लक्ष्मी भाटी समेत कई गणमान्यजनों ने विचार प्रकट किए।