जयपुर। राजधानी जयपुर में रविवार को राजपार्क स्थित आदर्श विद्या मन्दिर में राजस्थान मंत्रालय कर्मचारी परिषद का प्रदेश प्रतिनिधि अधिवेशन दो सत्रों में आहूत किया गया। उद्घाटन सत्र में माध्यमिक शिक्षा बोर्ड राजस्थान के पूर्व अध्यक्ष विमल प्रसाद अग्रवाल ने मुख्यवक्ता के रूप में कहा कि संगठन को मजबूत करने की प्रथम इकाई कार्यकर्ता पर निर्भर है। अत: कड़ी से कड़ी जुड़ते हुए संगठन को वैभव प्राप्त होता है।
उद्घाटन सत्र में भारतीय मजदूर संघ के राष्ट्रीय मंत्री राजबिहारी शर्मा ने ठेका प्रथा एवं संविदा व प्लेसमेन्ट एजेन्सियों के जरिए लगाए गए कर्मचारियों के स्थान पर राज्य सरकार से बेरोजगारों को नियमित नियुक्ति देने की मांग की। राजस्थान राज्य कर्मचारी महासंघ भामसं के प्रदेशाध्यक्ष विजय सिंह धाकड़ ने संगठन को मजबूत करने का आह्वान किया।
जयपुर जिला अध्यक्ष कमलेश शर्मा ने बताया कि अधिवेशन के खुले सत्र में परिषद के कार्यकर्ताओं को आगामी कार्य योजनाओं के लिए एवं संगठन को सुव्यवस्थित गति देने के लिए जिम्मेदारी सौंपी गई।
महासंघ के प्रदेशाध्यक्ष विजय सिंह धाकड़ ने कार्यकारिणी की घोषणा की। इसमें प्रदेशाध्यक्ष अनूप सक्सेना, प्रदेश कार्यकारी अध्यक्ष महेन्द्र कुमार तीर्थानी व प्रदेश महामंत्री का दायित्व रणधीर सिंह कच्छावा को दिया गया। प्रदेशाध्यक्ष अनूप सक्सेना ने संगठन के विभिन्न पदों का दायित्व राज्यभर से आए कार्यकर्ताओं को दिया।
अजमेर के जिला मंत्री मनोज वर्मा ने बताया कि इस अधिवेशन को सफल बनाने के लिए राज्यभर से आए प्रतिनिधियों का संयोजक तेजसिंह व सह-संयोजक संदीप धाबाई ने आभार प्रकट किया।