ब्यावर। अजमेर जिले के ब्यावर नगर परिषद की सभापति बबीता चौहान को भ्र्ष्टाचार निरोधक ब्यूरो ने सवा दो लाख रूपए की रिश्वत लेते रंगे हाथ गिरफ्तार किया है। साथ ही सभापति चौहान के पति नरेन्द्र चौहान और एक अन्य बिचौलिए शिव प्रसाद को भी एसीबी ने दबोचा है। इस घटना ने बीजेपी में हड़कम्प मचा दिया है। एक तरफ प्रदेश की मुख्यमंत्री वसुन्धरा राजे राजस्थान गौरव यात्रा निकाल रही हैं तो दूसरी तरफ प्रदेश की सबसे बड़ी नगर परिषद की महिला मुखिया की भ्र्ष्टाचार में गिरफ्तारी ने भाजपा के सुशासन की पोल खोल दी है।
मांगे 25 लाख
ब्यावर निवासी डॉ. राजीव जैन के प्लॉट कनवर्जन की एवज में सभापति बबीता चौहान ने बिचौलिए के जरिए 25 लाख रुपए की रिश्वत मांगी थी। डॉ. जैन ने शिकायत एसीबी अजमेर को दी। एसीबी ने शिकायत की जांच की। इसके बाद एसीबी की टीम एडिशनल एसपी सी. पी. जोशी के नेतृत्व में बुधवार सुबह ब्यावर पहुंची। टीम ने बबीता चौहान के निवास स्थान पर उन्हें 2.25 लाख रुपए रिश्वत लेते रंगे हाथ पकड़ा। सभापति के पति नरेंद्र चौहान और एक बिचौलिए को भी मौके से पकड़ लिया।
एसीबी तलाशी में जुटी
एसीबी टीम बबीता चौहान के घर की तलाशी लेने में जुटी है। अलमारी, लॉकर और अन्य खंगाले जा रहे हैं। इसके अलावा बैंक एकाउन्ट और अन्य जांच भी की जा रही है।घर से अवैध रूप से संपतियों का बेचान करने, डमी नाम से संपतियों का क्रय-विक्रय कराने और एक अन्य व्यक्ति गुरू चरण सिंह की 80 लाख रूपये की संपति का नक्शा पास कराने के एवज में वसूली लाख रूपये की रिश्वत और अपने नाम करायी गयी 70 लाख रूपये की दूकान के इकरार के कागजात भी जप्त किये।
भाजपा की परेशानी बढ़ी
ब्यावर नगर परिषद का भाजपा बोर्ड लम्बे समय से भ्र्ष्टाचार को लेकर चर्चा में है। यहां तक कि खुद भाजपा के ही कई पार्षद सभापति पर अवैध निर्माण और अतिक्रमण को संरक्षण देने के आरोप लगाते रहे हैं। पिछले साल बीजेपी विधायक शंकर सिंह रावत खुद विधानसभा में ब्यावर में अवैध निर्माण का मुद्दा उठा चुके थे। अब सभापति की गिरफ्तारी ने चुनाव से ऐन पहले भाजपा की परेशानी बढ़ा दी है।