भीलवाड़ा। अजमेर से उदयपुर ट्रेन से जाते समय बीच सफर में भीलवाड़ा के बाद लापता हुई अजमेर के एक बिजनेसमैन की पत्नी की लाश 7 दिन बाद मण्डफिया-हमीरगढ़ स्टेशनों के बीच बनास नदी की पुलिया के पास मिली है।
जानकारी के मुताबिक, लापता महिला अजमेर के वैशाली नगर, सागर विहार कॉलोनी निवासी संजय बोहरा की पत्नी रेखा बोहरा (44) है। उनके एक बेटा है। रेखा 1 अप्रैल को उदयपुर जाने के लिए जयपुर-उदयपुर इंटरसिटी से अकेली ही रवाना हुई। शाम करीब सवा चार बजे वह ट्रेन के कोच नंबर सी-1 की बर्थ नंबर 9 पर बैठी थी।
शाम करीब 7 बजे जब उसके पति ने उसे फोन किया तो संपर्क नहीं हो सका। इधर, रेखा का भाई ललित उदयपुर में उसे रिसीव करने स्टेशन पहुंचा तो ललित ने बर्थ पर सिर्फ उनका सामान रखा हुआ पाया। जब परिजनों ने ट्रेन के ऑन ड्यूटी टीटीई से संपर्क किया तो उन्होंने भी अनभिज्ञता जताई।
जांच में पुलिस ने आसपास की बर्थ पर बैठे यात्रियों से संपर्क कर जानकारी जुटाई तो महिला सहयात्री ने बताया कि भीलवाड़ा स्टेशन के बाद से उन्हें ट्रेन में नहीं देखा गया है। ऐसे में परिवार वाले चिंतित हो गए। परिवार सहित उसके रिश्तेदारों ने अजमेर, भीलवाड़ा, मांडलगढ़, चित्तौड़गढ़, मावली, राणाप्रताप नगर और उदयपुर शहर के रेलवे स्टेशनों पर भी जांच कराई, लेकिन उसका कहीं कोई पता नहीं चला। इस पर परिजन ने जीआरपी में गुमशुदगी दर्ज कराई। तब से लेकर अब तक सभी उसकी तलाश में जुटे थे।
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हमीरगढ़ थाना पुलिस को आज सुबह सूचना मिली कि एक महिला की लाश पुलिया के पास पड़ी है। इस पर पुलिस मौके पर पहुंची जहां 7 दिन पुरानी लाश मिली। जानकारी करने पर यह पता लगा कि यह ट्रेन से लापता हुई रेखा बोहरा की लाश है पुलिस पुलिस ने मृत महिला के परिजनों को सूचना दी। पोस्टमार्टम के बाद शव परिजन के सुपुर्द कर दिया गया।
सवालों के घेरे में घटनाक्रम
इस घटना ने महिलाओं की सुरक्षा को लेकर सवाल खड़े कर दिए हैं। साथ ही रेलवे तंत्र की सजगता को भी कटघरे में ला दिया है। अकेली महिला ट्रेन में बीच सफर अचानक कैसे लापता हो गई। वह किसी दुर्घटना का शिकार हुई या वारदात की, यह पुलिस जांच का विषय है। इससे भी ज्यादा चौंकाने वाली बात यह है कि 7 दिनों तक जीआरपी उसका पता नहीं लगा सकी, जबकि रेलवे स्टाफ नियमित तौर पर ट्रैक की जांच करता है।