अहमदाबाद/सिरोही। गुजरात में बाढ़ का कहर अब तक 75 जानें ले चुका है। बनासकांठा सहित कई इलाके बाढ़ की चपेट में हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हवाई दौरा कर राहत कार्यों का जायजा लिया। इधर, पड़ोसी राज्य राजस्थान के चार जिले भी बाढ़ की चपेट में हैं। हजारों परिवार प्रभावित हैं।
जालोर की विश्वविख्यात पथमेड़ा गौशाला में दो लाख गायों के जीवन पर खतरा मंडरा रहा है। कई गाय चारे की तलाश में बरसाती नदी के पानी में बह गई हैं। गौशाला क्षेत्र में में बाढ़ का 10 फीट तक पानी भरा हुआ है। गौसेवक बचाव में जुटे हैं।
पाली और सिरोही में भी भारी बारिश हो रही है। नदियां उफान पर हैं। मुख्यमंत्री के निर्देश पर प्रभारी मंत्री जिलों में पहुंच चुके हैं। कई जगह सेना के हेलीकॉप्टर राहत कार्य मे जुटे हैं।
माउंट आबू में रिकॉर्ड तोड़ बारिश ने आफत ला दी है। सैकडों टूरिस्ट वही फंसकर रह गए हैं। माउंट आबू से 12 किलोमीटर पहले मुख्य सड़क का एक हिस्सा बारिश से धंस गया। बारिश की वजह से सड़क में बड़ी-बड़ी दरार पड़ गईं। राजस्थान से गुजरात के बीच रेलमार्ग व सड़क मार्ग भी प्रभावित है। कई रूटों पर ट्रेनें रद्द कर दी गई हैं तो कइयों को रूट बदलकर चलाया जा रहा है।
देवदूत बनी सेना
गुजरात के बनासकांठा जिले में वायुसेना देवदूत बनकर बचाव में जुटी है। बाढ़ में फंसे लोगों को हैलिकॉप्टर की मदद से लोगों को बाढ़ से बाहर निकाला जा रहा है। यहां थल सेना व वायु सेना के जवानों ने 400 से ज्यादा लोगों की जान बचाई है।