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फेसबुक पर दोस्ती- प्यार, शादी और…अब

जोधपुर। फेसबुक पर दोस्ती और प्यार के बाद शादी रचाने वाली युवती पति की प्रताडऩाओं का शिकार हो गई। हालात अब अलगाव तक पहुंच गए है। यह युवती अब अपने बच्चे को पाने के लिए दर- दर की ठोंकरें खा रही है। प्रधानमंत्री से लेकर स्थानीय प्रशासन तक अपनी पीड़ा व्यक्त कर चुकी इस महिला की पुकार सुनने वाला कोई नहीं है। यहां तक कि पति की एयरफ फोर्स में पहुंच होने से वह लाचार हो गई है। थक हार चुकी इस महिला ने रक्षा मंत्री तक को अपनी पुकार भेजी है।
एयरफोर्स एरिया अभयगढ़ स्कीम मकान नंबर 122 की रहने वाली सोनी जीना एयरफोर्स के एलएसी विक्रम सिंह जीना के साथ वर्ष 2012 में फेसबुक फ्रेण्ड बनी थी। इसके बाद इन दोनों के बीच काफी वार्तालाप फेसबुक के जरिए होती रही। वक्त पोस्टिंग वह वड़ौदरा गुजरात से जोधपुर हो रहा था।
एक दिन विक्रमसिंह जीना नई दिल्ली में आकर रूका और दोनों ने मुलाकात की। इस पर विक्रम ने शादी का प्रस्ताव रखा। सोनी जीना ने विक्रम के साथ 8 जून 2013 में आर्य समाज दिल्ली में शादी रचाई। मगर सोनी का कहना है कि पति विक्रम ने उसे प्रताडि़त करना शुरू कर दिया। शादी के पांच माह बाद यानी 7 नवंबर 13 को सोनी ने जोधपुर सैनिक अस्पताल में एक बेटे का जन्म दिया। मगर उसके ससुराल वालों के दबाव में आकर विक्रम उससे विवाद करने लगा अंतत: अलग रहने लग गया।
उसे घर से बदर कर दिया। सोनी के पुत्र को भी एयरफोर्स के एक अफसर ने उसके दादा दादी के पास भिजवा दिया। अब उसके बच्चे को लौटने से इंकार किया जा रहा है।
महिला थाने में दी रिपोर्ट

पीडि़त सोनी आखिरकार महिला थाना पूर्व में इस बाबत रिपोर्ट दर्ज करवाई। मगर इससे पहले पुलिस कमिश्रर से भी मिली। पुलिस ने दहेज प्रताडऩा का मामला दर्ज किया और जांच एसआई मुक्त पारिक की तरफ से की जा रही है।
सामान के लिए रातानाडा थाने में गुहार: पीडि़ता ने रातानाडा थाने में लिखित शिकायत देकर बताया कि उसका सामान उक्त मकान में है। मगर पति ने मकान मालिक को सामान देने से इंकार कर दिया, ऐसे में वहां पर ताला लगना बताया जा रहा है। पुलिस गई, मगर बैरंग लौट आई।
स्थानीय प्रशासन से गुहार

पीडि़ता ने जिला कलेक्टर से लेकर पुलिस प्रशासन तक अपनी गुहार लगाई, मगर अभी तक वह पुत्र को प्राप्त नहीं कर सकी है। साथ ही उसने महिला आयोग अध्यक्ष नई दिल्ली, राज्य की मुख्यमंत्री को भी पत्र व्यवहार किया है। बावजूद इसके सकारात्मक कार्रवाई नहीं हो पाई।