अजमेर। मुस्लिम समुदाय ने पैगम्बर मोहम्मद साहब पर हिन्दू महासभा के कार्यकारी अध्यक्ष की कथित टिप्पणी के विरोध में शुक्रवार को सूफी संत ख्वाजा मोइनुद्दीन हसन चिश्ती की दरगाह से लेकर कलेक्ट्रेट तक मौन जुलूस निकाला। इसके पश्चात कलेक्ट्रेट पर प्रदर्शन कर राष्ट्रपति के नाम ज्ञापन सौंपा।
जुलूस के कारण समूचे शहर की यातायात व्यवस्था चरमरा गई। जुलूस में हजारों लोग शामिल थे। बाद में एक घंटे तक रास्ते जाम रहे। जिला पुलिस प्रशासन को जुलूस के दौरान शांति एवं कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए खासी मशक्कत करनी पड़ी। आक्रोशित मुसलिम समुदाय ने शुक्रवार अपराह्न की नमाज के बाद दरगाह से कलेक्ट्रेट तक मौन जलूस निकाला।
जुलूस में शामिल लोग हिन्दू महासभा के खिलाफ नारे लिखी में तख्तियां लिए हुए थे। खादिम एस. एफ. हसन चिश्ती ने बताया कि हिन्दू महासभा के कार्यकारी अध्यक्ष कमलेश तिवारी ने पैगम्बर मोहम्मद साहब पर गलत टिप्पणी कर मुस्लिम समुदाय के भावनाओं को ठेस पहुंचाई है। उन्होंने हिन्दू महासभा के अध्यक्ष के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की है।
उन्होंने कहा कि देश में विद्वेष फैलाने एवं भावनाएं भडक़ाने वाले तत्वों द्वारा जानबूझकर साजिश की जा रही है जो प्रधानमंत्री के सबका साथ सबका विकास की भावना आहत हो रही है। उन्होंने केन्द्र सरकार से ऐसे तत्वों पर अंकुश लगाने के लिए स्पीच पर कानून बनाने की मांग भी की। मुस्लिम समुदाय के प्रतिनिधि मंडल ने इस संबंध में जिला प्रशासन को ज्ञापन भी दिया।