अजमेर। राजस्थान के अजमेर में पुष्कर थाना क्षेत्र के बांसेली गांव के निकट युवराज रिसोर्ट के बाहर दिनदहाड़े हुई फायरिंग में एक व्यक्ति की मौत हो गई जबकि एक अन्य गंभीर रूप से घायल हो गया।
प्राप्त जानकारी के अनुसार बांसली में इस फायरिंग में अजमेर के कुंदन नगर क्षेत्र के सवाई सिंह तथा एक अन्य दिनेश तिवारी गंभीर रूप से घायल हो गए जिन्हें पुष्कर राजकीय अस्पताल लाया गया जहां उन्हें अजमेर जेएलएन अस्पताल भेज दिया गया। दिनेश तिवारी तथा सवाईसिंह के सिर-पीठ व सीने में गोली लगी थी।
अजमेर में इलाज के नाम पर महिलाओं के बदन से छेड़खानी
बाद में अजमेर के जवाहरलाल नेहरू चिकित्सालय में सवाईसिंह ने दम तोड़ दिया। बताया जा रहा है कि हमलावरों का निशाना इतना सटीक था कि गोली सवाई सिंह के सिर को चीरती हुई निकल गई उनके साथ में एक मित्र के पेट में भी गोलियां लगी है।
गोलीकांड की सूचना पर हरकत में आई पुलिस ने नाकेबंदी कराकर हमलावरों की तलाश शुरू की है। साथ ही घटनास्थल को भी सीज कर दिया है। गोली चलने में पिता के कत्ल की रंजिश प्रथमदृष्टा सामने आई है। मृतक सवाईसिंह पत्रकार कु.मदनसिंह हत्याकांड का आरोपी रहा है।
पूर्व पार्षद सवाई सिंह की गोली मारकर हत्या के बाद शव को पोस्टमार्टम के लिए जेएलएन अस्पताल में रखवाया गया है। पुलिस का भारी जाप्ता मौके पर तैनात किया गया है। दअरसल 1993 में पत्रकार मदन सिंह हत्याकांड के बाद से सवाई सिंह की शहर में तूती बोलती थी। सवाई सिंह की हत्या के बाद अस्पताल में सगे-संबंधियों के जुटने की आशंका के मद्देनजर पुलिस ने मोर्चरी पर भारी पुलिस बल लगाया है। एसीपी चूनाराम जाट पूरे मामले की मॉनिटरिंग कर रहे हैं।
1993 के बहुचर्चित पत्रकार मदनसिंह हत्याकांड से जुडे तार!
पुष्कर के रिसोर्ट में हुए सवाई सिंह हत्याकांड में घटना का एक वीडियो भी सामने आया है। इसमें युवराज रिसॉर्ट का गेट दिखाई दे रहा है। वहां भीड़ लगी है। इस बीच एक युवक बोल रहा है कि बाप की मौत का बदला ले लिया। सूत्रों के अनुसार वीडियो में जिस युवक की आवाज आ रही है, वो सूर्य प्रताप सिंह की है। पुलिस ने सूर्य प्रताप सिंह को हिरासत में लिया है। अब पुलिस सूर्य प्रताप सिंह से पूछताछ कर रही है।
साल 1993 में अजमेर में बहुचर्चित पत्रकार मदन सिंह हत्याकांड हुआ था। सितंबर के महीने में पत्रकार मदन सिंह अपने दफ्तर से जब बाइक में पेट्रोल भरवाने के लिए आ रहे थे उसी दौरान राजा साइकल चौराहे पर उन फायरिंग की गई थी। जान बचाने के लिए मदन सिंह नाले में कूद गए थे।
मदन सिंह को अजमेर के जेएलएन अस्पताल में भर्ती करवाया गया था जहां उसका ऑपरेशन हुआ और उसकी जान बच गई। अस्पताल के सर्जिकल वार्ड में मदन सिंह का उपचार किया जा रहा था। इसी दौरान हमलावरों ने उन्हें अस्पताल के वार्ड में घुसकर गोली मार दी थी जिसमें उसकी मौत हो गई थी।
इस हत्याकांड में पूर्व विधायक राजकुमार जयपाल, सवाई सिंह, समेत कई लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया था। लंबे समय तक कोर्ट में मुकदमा चलता रहा। सात वर्ष पहले मदन सिंह हत्याकांड से जुड़े आरोपियों को बरी कर दिया गया था।