इसके बाद रवि देवराज से मिला और शादी की बात की तो उसने बताया कि उसके सगे-संबंधी इंदौर में रहते हैं, जहां वो उसकी शादी करवा देगा। हालांकि इसके लिए देवराज ने 1 लाख 80 हजार रुपए देने की मांग की, जिसके लिए रवि तैयार हो गया। साथ ही देवराज ने लड़की के आने-जाने व खाने-पीने और ठहरने का खर्च रवि को भुगतने की भी शर्त रखी, जिसके लिए भी रवि तैयार हो गया।
बाद में देवराज ने रवि को शादी के लिए कोर्ट में बुलवाया। कोर्ट में पहले से ही महिला व उसके साथ आए लोग खड़े थे। देवराज ने दोनों की कोर्ट मैरिज करवा दी। यहां भी महिला के पति ने अपने आपको उसका भाई बताया और गवाह के तौर पर साइन भी किए। इसके बाद घर पहुंचकर सात फेरे लिए। महिला द्वारा घूमने ले जाने की जिद करने पर रवि ने अपनी बहन से बात की।