जयपुर। राज्य सरकार ने ऐन दीपावली से पहले आमजन को झटका दिया है। जलदाय विभाग ने शुद्घ पेयजल की दरों में आंशिक बढ़ोतरी की घोषणा की है। हालांकि यह बढ़ोतरी 17 सालों के बाद की गई है।
आदेश में 8 हजार लीटर प्रतिमाह तक पानी का उपभोग करने वाले सामान्य घरेलू उपभोक्ताओं पर कोई अतिरिक्त भार नहीं पड़ेगा। लेकिन जो लोग इससे ज्यादा का जल उपभोग करते हैं, उनके उपभोग के अनुसार आंशिक बढ़ोतरी की गई है।
नई दरों के अनुसार अब घरेलू उपभोग की दरें 1.56 से 5.०० रुपए उपभोग के आधार पर हो गई हैं जबकि पूर्व में यह दरें 1.56 से 4 रुपए प्रति किलोलीटर थीं।
सामान्य उपभोग (50 लीटर प्रति व्यक्ति प्रतिदिन तथा 5 व्यक्ति प्रति परिवार के हिसाब से लगभग 8 हजार लीटर प्रतिमाह) की मात्रा में उपभोग तक की दरों में कोई वृद्धि नहीं की गई है। वहीं 8 से 15 हजार लीटर उपभोग करने वाले उपभोक्ताओं को अब 1.56 की बजाए 2 रुपए प्रति किलोलीटर के अनुसार बढ़ी दर देनी होगी।
जो उपभोक्ता 15 से 40 हजार प्रति किलोलीटर की दर से जल का उपभोग करते हैं उन्हें 3 रुपए की बजाए 4 रुपए प्रति किलोलीटर के अनुसार बिल चुकाना होगा। जबकि 40 हजार लीटर प्रतिमाह से ज्यादा का जल उपभोग करने वाले उपभोक्ताओं को 4 की बजाए 5 रुपए प्रति किलोलीटर देने होंगे।
ज्यादातर मीटर खराब
एक कड़वी सच्चाई यह भी है कि राज्य में अधिकांश जल उपभोक्ताओं के यहां मीटर खराब हैं। उनके यहां औसत आधार पर बिल भेजा जा रहा है। ऐसे में यह पता नहीं लग पाता कि किस घर में पानी की कितनी सप्लाई हो रही है। कई लोगों ने तो एक से ज्यादा अवैध कनेक्शन भी ले रखे हैं। विभागीय अधिकारियों की जानकारी में होने के बावजूद उनके कनेक्शन नहीं काटे जा रहे हैं।