जोधपुर। जयपुर रोड पर बिलाड़ा के खारिया मीठापुर के पास हुई तीन करोड़ सोना लूट प्रकरण में पुलिस को डकैतों के संबंध में ठोस सुराग हाथ लग गया है। पुलिस ने जल्द ही मामले से पर्दा उठाने की उम्मीद जताई है। लूटा गया सोना बाजार में बिकने पहुंच गया, ऐसे में कई ज्वैलरों को भी पुलिस ने हिरासत में लिया है, जिनसे गहन पूछताछ चल रही है। पुलिस इसमें कड़ी से कड़ी जोडऩे में जुटी है।
सनद रहे कि करीब छह दिन पहले बुधवार को जयपुर से जोधपुर आ रही इनोवा को बोलेरो कैंपर, स्कॉर्पियो और एक कार में सवार होकर आए सात-आठ बदमाशों ने लूटा था। इस गिरोह के लोगों के पास हथियार नहीं थे लेकिन गाड़ी मरम्मत करने के टूल बॉक्स के औजारों से इनोवा में बने विशेष बॉक्स में से दस किलो सोना उठाकर ले गए। इस दौरान गैंग के सदस्य स्थानीय भाषा का प्रयोग कर रहे थे। इसलिए पुलिस ने कई लुटेरे और चोरों को पकड़ा है जो पूर्व में इस तरह की वारदातों में शामिल थे।
पुलिस ने गिरोह तक पहुंचने के लिए जयपुर से बिलाड़ा के बीच आने वाले सभी टोल नाकों के सीसी टीवी फुटेज चेक किए। पुलिस के आईटी और फोरेंसिक एक्सपर्ट भी जांच में जुटे है। जांच में पता चला है कि लुटेरे आपस में स्थानीय भाषा का उपयोग कर रहे थे। वे जिस तरह से गाडिय़ों में आए और इनोवा लेकर सिलारी रोड की तरफ गए उससे भी यह स्पष्ट है कि वह स्थानीय थे।
पुलिस ने बताया कि प्रकरण का शीघ्र ही पटाक्षेप कर दिया जाएगा। डकैती का सोना बाजार में बिका है। इसके जोधपुर और आसपास बेचे जाने की जानकारी मिल रही है। ऐसे में सोना खरीदने वाले स्वर्ण व्यवसायियों पर भी विधि सम्मत कार्रवाई की जाएगी। कई संदिग्ध पुलिस के हाथ लगे है। जिन्होंने सोने की खरीद भी कर डाली है।