सन्तोष खाचरियावास @ अजमेर
अजमेर शहर की बिजली सप्लाई व्यवस्था टाटा पावर को सम्भलाकर राज्य सरकार मस्त है। इधर,
जनता को टोल फ्री नम्बरों का झुनझुना पकड़ाकर टाटा पावर के अफसर खुद अपने घरों और चैम्बर में आराम कर रहे हैं। लोग अब टोल फ्री नम्बर और हेल्प लाइन नम्बर के बीच खो-खो खेल रहे हैं। फोन लग गया तो ‘मैं आपकी क्या मदद कर सकता हूं’…और नहीं लगा तो आप क्या उखाड़ लोगे !
पहले बात करते हैं हजारी बाग के लैंडलाइन नम्बर की। बिलों पर 0145-2460911 नम्बर लिखा है। डायल कीजिए…आपको हमेशा ‘बिजी’ ही मिलेगा।
कहने की जरूरत नहीं है कि उनके कर्मचारी होशियार हैं। यहां सुझाव है कि टाटा पावर वालों को बिलों पर से यह नम्बर मिटवा देना चाहिए, क्यों खामख्वाह स्याही बिगाड़ रहे हैं।
अब बात करते हैं ऑनलाइन बिल जमा कराने की। TPADL की वेबसाइट पर लिखा है कि अगर आपको बिल पेमेंट सम्बंधित जानकारी चाहिए तो टोल फ्री नम्बर 18001806531 पर सम्पर्क करें। मजे की बात यह है कि इस नम्बर पर कॉल अटैंड करने वाला केवल बिजली बंद होने सम्बंधित ही शिकायत सुनता है। दूसरी जानकारी हासिल करने के लिए वह हेल्पलाइन नम्बर 7412012222 पर कॉल करने का सुझाव देता है…धन्यवाद !
(इस नम्बर पर फोन अटैंड करने वाले ज्यादातर कर्मचारी साफ कहते हैं कि वह आपका बिल जमा हुआ या नहीं, इसकी जानकारी नहीं दे सकते। उसके लिए हेल्पलाइन नम्बर 7412012222 पर ही जानकारी ली जा सकती है… मगर कोई-कोई कर्मचारी आसानी से बिल सम्बंधित जानकारी दे देता है। जाहिर है, यहां भी मनमर्जी चल रही है।
अब बात करते हैं हेल्पलाइन नम्बर 7412012222 की। इस पर 1 से लेकर 5 तक बटन दबाने पर अलग-अलग जानकारी की व्यवस्था है, मगर 5 नम्बर पर आज 1 जून को सुबह 10 बजे से 12 बजे तक किसी ने कॉल अटैंड नहीं की। पूरे पांच मिनट तक वेटिंग टोन बजती रही। एक बार नहीं बल्कि बार-बार ऐसा होता रहा।
कहने की जरूरत नहीं है कि यहां भी मनमर्जी है। जिम्मेदारों की सफाई है कि कॉल सेंटर में हर समय कर्मचारी रहते हैं और किसी न किसी से बात करते रहते हैं। इससे दूसरे उपभोक्ता को लगता है कि उसका फोन कोई नहीं उठा रहा है।
महाशय, मौजूद रहना और मौजूद रहकर काम करना दोनों अलग-अलग चीज है, यह सब समझते हैं। वैसे आपसे कोई नहीं जीत सकता, एमडी तक की बिजली आप काट चुके हो…, कई नेताओं के कटआउट उड़ा चुके हो…मामूली उपभोक्ता की तो बिसात ही क्या!!!