अजमेर। जिला कलक्टर आरती डोगरा की समझाईश से अब एक बिटिया वापस स्कूल जा सकेगी। बिटिया के परिजनों ने डोगरा को इसका वादा किया है, वहीं बिटिया ने भी पढ़ने-लिखने का संकल्प लिया है।
दरअसल जिला कलक्टर आरती डोगरा ने बुधवार को सरवाड़ उपखण्ड के गांव गोयला में प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत प्रथम किश्त दे चुके आवासों का निरीक्षण करने पहुंची थी। जब वह गांव की मीरा देवी के मकान पर पहुंची तो यहां उन्हें उनकी पुत्री अंजू मिली। आवास योजना की बातचीत के साथ ही जिला कलक्टर ने अंजू से पूछा की वह कौन सी कक्षा में पढ़ती है तो उसने बताया कि उसने पढ़ाई छोड़ दी है। इस पर जिला कलक्टर ने उसकी माताजी मीरा से कारण पूछा तो बताया कि दो वर्ष पूर्व वह नौवीं कक्षा में फेल हो गयी थी उसके कारण वह आगे नहीं पढ़ी।
शिक्षा का बताया महत्व
जिला कलक्टर ने अंजू को शिक्षा का महत्व बताया। उन्होंने खुद के बारे में भी अंजू को जानकारी दी। इन सभी बातों से ना केवल अंजू बल्कि उसके परिजन भी प्रेरित हुए और उन्होनें तथा जुलाई माह से पुनः पढ़ाने का प्रण किया। अंजू ने अच्छी शिक्षा अर्जित करके मा-बाप का नाम रोशन करने की बात भी कही।
बेटी-बचाओ-बेटी पढ़ाओ
जिला कलक्टर आरती डोगरा सरकार के बेटी बचाओ और बेटी पढ़ाओ अभियान को सफल बनाने में हमेशा प्रयासरत रहती हैं। आज भी उन्होंने एक बेटी को वापस स्कूल का रास्ता दिखाया है। डोगरा की इस कार्यप्रणाली की ना केवल अधिकारियों ने बल्कि ग्रामीणों ने भी उनकी भूरि-भूरि प्रशंसा की।